Balasore Train Accident Video:ओडिशा के बालासोर में 2 जून शुक्रवार शाम हो हुए भीषण ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या 288 पहुंच गई है। वहीं, 1000 से अधिक लोगों के जख्मी होने की खबर है। इस बीच बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल से एक नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को देख लोगों के रूह कांप जा रही है। वीडियो में दिख रहे हादसे के बाद की दृश्यों से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ट्रेन दुर्घटना कितनी भयावह रही होगी। न्यूज एजेंसी ने घटनास्थल से इस नए एरियल व्यू वाले वीडियो को शेयर की है। बताया गया कि बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर ट्रैक ठीक करने का काम जारी है। आज शाम तक 2 लाइनें बहाल होने की संभावना है।

Balasore Train Accident Video:ट्रेन की बोगियों के उड़े हैं परखच्चे
बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल से एक नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को देख कर हादसे को लेकर रूह कांप जा रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे ट्रेन की बोगियों के परखच्चे तक उड़ गए हैं। फिलहाल ट्रैक को खाली करने का काम चल रहा है। ट्रेन के डिब्बे हादसे के दौरान एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए थे। हादसे के बाद सामने आया यह नया वीडियो हादसे के वक्त के भयावह मंजर को बयां कर रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि ट्रेन की कई बोगियां किसी मामूली डिब्बे की तरह पचक गई हैं।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसके अंदर यात्रा कर रहे यात्रियों की हादसे के दौरान क्या हालत हुई होगी। रेलवे की पटरियां ऐसी दिख रही हैं जैसे यहां पर अखाड़ें की लड़ाई लड़ी गई हो। पटरियों का टूटना इस बड़े हादसे की गवाही दे रही हैं। ट्रेन में सफर करने वाले लोगों के यहां समान बिखरे पड़े हुए हैं।
रेलवे बोर्ड के अनुसार, फिलहाल ट्रेन दुर्घटनास्थल पर ट्रैक ठीक करने का काम जारी है। वीडियो में दिख रहा है कि जेसीबी समेत कई मशीनें और लोग ट्रैक को जल्द से जल्द ठीक करने में जुटे हुए हैं।
प्रारंभिक जांच में सिग्नल में गड़बडी की बात आई सामने-रेलवे बोर्ड
वहीं, बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर रेलवे बोर्ड ने आज प्रेस वार्ता की। रेलवे बोर्ड की संचालन और व्यवसाय विकास सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने कहा,”रेलवे ने हादसे के बाद सबसे पहले राहत और बचाव कार्य किया उसके बाद मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। बहानागा स्टेशन पर 4 लाइने हैं। इसमें 2 मेन लाइन है। लूप लाइन पर एक माल गाड़ी थी। स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिली थी। दोनों गाड़ियां अपने पूरे गति पर चल रही थी। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी हुई है। घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस आई थी।”
उन्होंने बताया कि यह ट्रेन शालीमार से चेन्नई को जा रही थी और इसकी स्पीड 128 किमी प्रति घंटा थी। जया सिन्हा ने आगे कहा,”हम अभी भी रेलवे सुरक्षा आयुक्त की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई।”
उन्होंने बताया,”मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी। चूंकि मालगाड़ी लौह अयस्क ले जा रही थी, इसलिए सबसे ज्यादा नुकसान कोरोमंडल एक्सप्रेस को हुआ। यह बड़ी संख्या में मौतों और चोटों का कारण है। कोरोमंडल एक्सप्रेस की पटरी से उतरी बोगियां डाउन लाइन पर आ गईं और यशवंतपुर एक्सप्रेस की आखिरी दो बोगियों से टकरा गईं, जो डाउन लाइन से 126 किमी/घंटा की गति से पार कर रही थी।”
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