यौन शोषण, बलात्कार और छेड़छाड़ जैसी ख़बरें तो आप अक्सर सुनते होंगे लेकिन ऐसा बहुत कम सुनने को मिलता है कि किसी मंत्री की बेटी के साथ किसी प्रकार के दुष्कर्म की बात सामने आई हो लेकिन ऐसा ही कुछ बिहार में कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री की बेटी के साथ हुआ है, पीड़ित लड़की ने उसी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है।
बिहार के कांग्रेस उपाध्यक्ष ब्रजेश पाण्डेय पर एक लड़की ने यौन शोषण का आरोप लगाया है जिसके बाद ब्रजेश ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि “मेरा नाम न तो लड़की की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में है और न ही पीड़ित की ओर से सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज कराए गए बयान में”। मुझे साजिश के तहत फंसाने की कोशिश की जा रही है। मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से पार्टी के सम्मान को नुकसान हो, इसलिए इस्तीफा दे रहे हूं। इस मामले को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
उनके खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। यह मामला कांग्रेस के पूर्व मंत्री की नाबालिग बेटी के साथ हुए यौन उत्पीड़न से जुड़ा है। बिहार के सीआईडी इंस्पेक्टर जनरल अनिल किशोर यादव ने ब्रजेश के खिलाफ दर्ज मामले की पुष्टि की है। पुलिस ने बताया कि मुख्य संदिग्ध आरोपी निखिल प्रियदर्शी के साथ ब्रजेश पाण्डेय का नाम केस में जोड़ा गया है। निखिल पेशे से बिजनेसमैन है, जिसके पिता रिटायर्ड आईएएस अधिकारी कृष्ण बिहारी प्रसाद सिन्हा का नाम भी इस केस में शामिल है। पीड़िता का आरोप है कि निखिल ने उसे शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न किया है।
ये वारदात लगभग दो-ढाई महीने पुरानी है लड़की का आरोप है कि उस पर पुलिस में शिकायत न करने के लिए दबाव बनाया गया था। लेकिन शिकायत करने के बाद पुलिस ने भी इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। लड़की ने आरोपियों की पहुँच बहुत ऊपर तक बताई है जिसकी वजह से आज तक मामले पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी।
इस मामले में कितनी सच्चाई है ये तो पुलिस जाँच में सामने आ ही जायेगा लेकिन इस गंभीर आरोप के बाद कांग्रेस की छवि पर एक बड़ा दाग लग गया है वो भी ऐसे समय जब पांच राज्यों में चुनाव चल रहे हों और कांग्रेस अपनी पहचान वापस पाने की कोशिश में लगी हो।