Sarojini Naidu: भारत की कोकिला अथवा ‘नाइटिंगेल ऑफ इंडिया’ के नाम से पहचानी जाने वाली सरोजिनी नायडू की आज 143वीं जंयती है। आज यानी 13 फरवरी 1879 को सरोजिनी नायडू का जन्म को हुआ था। वह देश की महान कवयित्री, स्वतंत्रता सेनानी व गीतकार थीं। अपनी अलग पहचान रखने वाली सरोजिनी नायडू का जन्म हैदराबाद में हुआ था। बता दें कि सरोजिनी नायडू को बचपन से ही पढ़ने लिखने का काफी शौख था। 2 मार्च 1949 को उत्तर प्रदेश में दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका निधन हो गया।
Sarojini Naidu: भारत की पहली महिला राज्यपाल थी सरोजिनी नायडू
Sarojini Naidu: सरोजिनी नायडू स्वतंत्र भारत की पहली महिला राज्यपाल रहीं थीं। अपने जीवन में उन्होंने कई स्वतंत्रता अंदोलनों में भाग लिया। उन्होंने समाज में महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाई और उनके लिए हमेशा खड़ी रहीं। उन्होंने महिलाओं के प्रति समाज में फैली कुरीतियों के प्रति लोगों को जागरुक करने का काम किया। साथ ही स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए महिलाओं को प्ररित भी किया। उनके जन्मदिन को देश में राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरोजिनी नायडू को अपनी वाणी और कविता लेखन की वजह से ‘नाइटिंगेल ऑफ इंडिया’ कहा जाता है।
Sarojini Naidu: स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने व राजनीति के अलावा भी उन्होंने अपनी कविताओं से लोगों को जागृत करने का प्रयास किया। उन्होंने कई कविताएं लिखी। उनका पहला कविता संग्रह ‘गोल्डन थ्रैशोल्ड’ था। इसके अलावा उनके ‘बर्ड ऑफ टाइम’ तथा ‘ब्रोकन विंग’ कविता संग्रह काफी प्रसिद्ध हुए। वह उच्च शिक्षा ग्रहण करने 16 साल की उम्र में इंग्लैंड चली गईं। वहां उन्होंने किंग्स कॉलेज ऑफ लंडन और गिरटन कॉलेज में पढ़ाई की। बता दें कि उन्होंने महज 12 वर्ष की उम्र में कविताएं लिखना शुरू कर दिया था। उनके द्वारा लिखी गई कविता ‘भारत देश है मेरा’ की कुछ पंक्तियां इस प्रकार है।
भारत देश है हमारा बहुत प्यारा,
सारे विश्व में है यह सबसे न्यारा,
अलग-अलग हैं यहां सभी के रूप रंग,
पर सुर सब एक ही गाते,
झंडा ऊंचा रहे हमारा,
हर परदेश की है यहाँ अलग एक जुबान,
पर मिठास कि है सभी में शान,
अनेकता में एकता को पिरोकर,
सबने हाथ से हाथ मिलाकर देश संवारा,
लगा रहा है अब भारत सारा,
“हम सब एक हैं” का नारा,
भारत देश है हमारा बहुत प्यारा,
सारे विश्व में है यह सबसे न्यारा|
(यह पंक्तियां Hindipool से ली गईं हैं।)
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