सोमवार रात 10.35 बजे उत्तराखंड दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत भूकंप के तेज़ झटकों से दहल उठा। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई है। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बताया जा रहा है। तेज़ भूकंप के झटकों के बाद हर तरफ अफरातफरी का माहौल नज़र आया। लोग अपने घरों और दफ्तरों से भागते नजर आये। कुछ ही घंटों के अंतराल पर आये दो भूकंप के झटकों ने लोगों की नींद उड़ा कर रख दी। दहशत की वजह से लोगों ने रोड और खुले असमान के नीचे रात गुजारी। दूसरा झटका रात 1 बजकर 52 मिनट पर आया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने अफसरों से बात कर हालात के बारे में जानकारी ली है। उत्तराखंड ही भूकंप का केंद्र है। प्रधानमंत्री ने सभी लोगों के सुरक्षित होने की कामना भी की। पीएम ने आगे लिखा कि पीएमओ लगातार उत्तराखंड के अफसरों से मामले की जानकारी ले रहा है। भूकंप के बाद एनडीआरएफ की टीम को हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही गृह मंत्रालय ने इसकी रिपोर्ट भी मांगी है। उत्तराखंड में भूकंप के बाद कुछ मकानों में दरार देखने को मिली है। कहीं से भी जान माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। घटना के बाद एनडीआरएफ की दो टीमों को उत्तराखंड के लिए भेज दिया गया है।
उत्तराखंड के अलावा भूकंप के झटके पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, मध्यप्रदेश, राजस्थान सहित कई और राज्यों में भी महसूस किये गये। वैज्ञानिकों ने इसकी पुष्टि करते हुए ऐसे और झटके आने की आशंका भी जाहिर की है। हालांकि अभी तक कोई ऐसी तकनीक नहीं है जिससे भूकंप आने का सही-सही अंदाजा लगाया जा सके। वैज्ञानिकों ने यह अंदेशा हिमालयी क्षेत्र की भूगर्भीय प्लेटों में लगातार तनाव की स्थिति को देखते हुए जताया है।
बता दें कि इसी तरह 2016 में आये भूकंप के झटकों ने नेपाल और भारत के भी कई शहरों में खूब तबाही मचाई थी। इसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी। जानमाल का भी भारी नुकसान हुआ था।