पंजाब के गुरदासपुर रैली में ‘छलावे‘ और ‘गलतबयानी‘ का आरोप लगाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी कि पिछले पांच साल में उनकी सरकार ने एक भी वायदा पूरा किया हो तो दिखाएं। कैप्टन ने यहां जारी बयान में कहा कि श्री मोदी की ‘जनविरोधी‘ और ‘विभाजनकारी‘ नीतियों के कारण देश में तबाही मची हुई है। गुरदासपुर रैली में प्रधानमंत्री पर झूठ की बारिश करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जुमलेबाज‘ प्रधानमंत्री ने छलावों और झूठ से देश को रसातल में धकेल दिया है और अब फैसले की घड़ी आ गई है, जब जनता अपना निर्णय सुनायेगी और उन्हें सत्ताच्युत कर देगी।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि गुरदासपुर में प्रधानमंत्री ने लोगों को गुमराह करने की कोशिश की और 1984 के सिक्ख विरोधी दंगे हों या करतारपुर कॉरीडोर या फिर किसानों की कर्ज माफी हर मुद्दे पर झूठ बोला। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी अपनी हर मोर्चे पर अपनी सरकार की विफलताएं छिपाने के लिए यह सब कर रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पीएम मोदी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं के खिलाफ तिलक नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के बारे में क्यों खामोश हैं। उन्होंने जानना चाहा कि पीएम मोदी गुजरात में 2002 में दंगों को लेकर कभी क्यों नहीं बोलते जो उनकी नाक के नीचे हुए और जिसमें उनकी पार्टी (भाजपा) के सदस्य ही संलिप्त थे।
करतारपुर कॉरीडोर पर श्रेय लेने की प्रधानमंत्री की कोशिश को लेकर कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि कांग्रेस पूर्व इंदिरा गांधी के कार्यकाल से लेकर डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल तक इस मुद्दे को सक्रियता से उठाती रही है और वह खुद भी यह मुद्दा उठाते रहे हैं लेकिन पीएम मोदी बताएं कि उन्होंने परियोजना के लिए क्या किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “550वें गुरु नानक के प्रकाश पर्व के लिए आपने बार-बार अनुरोधों के बावजूद एक पैसा नहीं दिया और सिक्खों और उनके पंथ के संरक्षक होने का दावा करते हैं।“ कांग्रेस पर विभाजन के समय करतारपुर पाकिस्तान को देने के आरोप पर कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि कुछ बोलने से पहले उन्हें इतिहास जान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब और बंगाल के विभाजन की रेडक्लिफ लाइन अंग्रेजों ने बनाई थी, जो हर किसीको पता है।
मुख्यमंत्री ने दावा कया कि उनकी सरकार ने पंजाब में 21 महीनों में कई चुनावी वायदे पूरे किये हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसकी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल की सरकार ने पंजाब के खजाने को बुरी स्थिति में ला छोड़ा था इसके बावजूद उन्होंने एक साल में चार लाख से अधिक किसानों का 3400 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज माफ किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से जानना चाहा कि क्या उन्होंने किसानों की एक पैसे की भी मदद की है। कैप्टन अमरिंदर ने प्रधानमंत्री से जानना चाहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट कहां है जो उन्होंने लागू करने का वायदा किया था।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने युवाओं को नौकरी, नशा मुक्ति, औद्योगिक विकास समेत कई मामलों में अपने अधिकांश चुनावी वायदे दो साल में पूरे किये हैं और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने नौकरियों से लेकर किसानों की आय दुगनी करने, महिला आरक्षण आदि मुद्दों पर कोई वायदा पूरा नहीं किया और इसके विपरीत देश को आर्थिक संकट में डाल दिया और जहां जीवनावश्यक वस्तुएं महंगी हुई हैं वहीं भ्रष्टाचार बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राफेल सौदा अकेला उदाहरण है कि केंद्र सरकार गरीब जनता की कीमत पर मुठ्ठी भर व्यावसाइयों की मदद कर रही है।
नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता के बाद सबसे खराब प्रधानमंत्री करार देते हुए कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि उन्हें आश्चर्य होता है कि वह देश की जनता के सामने लोकसभा चुनाव में वोट मांगने किस मुंह से जाएंगे।
-साभार, ईएनसी टाईम्स