Unique Wedding in India: भारतीय समाज में शादी का बहुत महत्व है। यहां दो अंजान लोगों के परिवार उन्हें मिलवाते हैं और महज एक मुलाकात के बात सब तय होने पर उनकी शादी करवा देते हैं। एक अनजाने शख्स के साथ शादी के बाद लड़के-लड़की को बेझिझक साथ रहने की इजाजत मिल जाती है। भारत में अरेंज मैरिज का कॉन्सेप्ट सबसे ज्यादा प्रचलित है जिसे यहां सबसे सही माना जाता है। यहां लिन-इन रिलेशनशिप और लव मैरिज को सबसे ज्यादा गलत माना जाता है।
समाज ऐसे जोड़ें को गलत निगाह से देखता है लेकिन इसी भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां बिना शादी के पुरुष और महिला के दंपती की तरह रहने पर किसी को कोई ऐतराज नहीं होता। जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने भारत देश में ही एक ऐसा समाज है जहां लड़कियों के बिना शादी किए मां बनने पर उनके चरित्र पर सवाल नहीं उठाए जाते बल्कि नए बच्चे के जन्म की खुशी मनाई जाती है।
Unique Wedding in India: कहां निभाई जा रही ये विचित्र प्रथा?
शादी से पहले ही मनपसंद पुरुष के साथ रहने की ये प्रथा छत्तीसगढ़ के बस्तर में आदिवासी समुदाय में प्रचलित है। सालों से यहां ये परंपरा निभाई जा रही है। ये प्रथा पैठू प्रथा के नाम से जानी जाती है। इस प्रथा के अनुसार कोई भी लड़की अपनी पसंद के पुरुष के घर पूरे अधिकार के साथ रह सकती है। आमतौर पर जैसे विवाह के बाद एक स्त्री अपने ससुराल में पूरे हक और मर्जी से रहती है ठीक वैसी ही पैठू प्रथा के अंतर भी औरते रहती है। हालांकि, यहां खास बात ये होती है कि जैसे पूरी रीति रिवाज से शादी के बाद लड़की ससुराल जाती है यहां ये रस्म नहीं होती। शादी की बिना कोई रस्म निभाएं परिवार लड़का-लड़की को साथ रहने की इजाजत दे देता है।
Unique Wedding in India: क्या है पैठू प्रथा?
पैठू प्रथा के बारे में बात करें तो ये आदिवासी समुदाय द्वारा सालों से निभाई जा रही है। जानकारों के मुताबिक, इस प्रथा का जिक्र धर्म ग्रंथों में भी मिलता है। यह प्रथा लड़कियों द्वारा वर चुनने की स्वतंत्रता को बढ़ावा देती है। पैठु प्रथा के अंतर्गत लड़का और लड़की अपनी पसंद के हिसाब से एक दूसरे को चुनते हैं। इसके बाद लड़की चाहे तो वह लड़के के परिवार के साथ जाकर रह सकती है एक बहू की तरह ही। बिना किसी शादी के लड़की अपनी इच्छा से रह सकती है।
हालांकि, पैठु प्रथा के अनुसार, अगर लड़के के परिवार को भी लड़की पसंद है तो वह वधू पर पानी डालते हैं। पानी डालने की रस्म के बाद लड़की ससुराल में जितना टाइम रहना चाहे रह सकती है। किसी कारणवश एक समय के बाद अगर लड़की-लड़के के साथ नहीं रहना चाहती तो वह वापस अपने घर जा सकती है और ऐसा करने पर आदिवासी समाज में उस पर कोई इल्जाम नहीं लगाया जाता। हमारे भारतीय समाज में आमतौर पर तलाकशुदा औरत को खूब ताने सुनने पड़ते हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के इस आदिवासी समुदाय में ऐसा नहीं होता।
Unique Wedding in India: शादी से पहले बच्चे का जन्म
चूकिं बस्तर के आदिवासी समाज में शादी से पहले की लड़की-लड़के के साथ पत्नी की तरह रहती है इसलिए कई बार ऐसा होता है कि वह गर्भवती हो जाती है। शादी से पहले की गर्भवती होना भारतीय समाज में किसी अभिशाप से कम नहीं है। मगर पैठू प्रथा के तहत अगर कोई महिला शादी से पहले गर्भवती हो जाती है तो इससे परिवार को कोई दिक्कत नहीं होती। बच्चे के जन्म के बाद भी लड़का-लड़की शादी कर सकते हैं या बिना शादी के बी साथ रह सकते हैं।
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