दहाड़ मारकर रो रही इन मांओं का सब कुछ खत्म हो गया। आकाश से गिरी बिजली ने इनके बच्चों को लील लिया। शाहजहांपुर में हुई तेज बारिश में भींगने से बचने के लिये कई बच्चे पेंड़ के नीचे खड़े थे। लेकिन आसमानी बिजली उनके माथे पर मौत बनकर नाची।पल भर में सात बच्चों ने दम तोड़ दिया। चार गंभीर रुप से घायल हो गए। घटना तीन अलग-अलग गांवों में घटी है। चीख-पुकार के बीच पोस्टमॉर्टम कराने के लिये जरुरी पंचनामा भरने पुलिस पहुंची तो माहौल और भी मातमी हो गया। घटना थाना कांट क्षेत्र के शमशेरपुर और सिकंदरपुर और कुडरिया गांव की है।
भींगने से छिपे थे बच्चे, मौत बनकर गिरी बिजली
गंभीर रूप से झुलसे बच्चों को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन ने मरने वाले बच्चों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। मंत्री कृष्णाराज ने पीड़ितों से मिलकर दुख जताया। चार-चार लाख रुपये मदद की बात कही। लेकिन सात बच्चों की मौत से गांव मे मातम छाया हुआ है। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक ही गांव के पांच और दूसरे गांव मे दो बच्चो की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीसरे गांव में चार बच्चे झुलस गए। गांव वालों की मदद से आनन-फानन मे सभी बच्चों को जिला अस्पताल ले जाया गया। घटना से आस-पास के गांवों में मातम फैला है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। नबीपुर गांव के कुछ लोग भी खेतों में काम कर रहे लोगों पर बिजली गिर गई जिसमें 10 वर्षीय वंदना की मौत हो गई।
सूना हुआ मांओं का आंचल, चले गए अपने–अपने आंगन के लाल
कुदरत के कहर से इलाके में खौफ पैदा हो गया है। आकाश से गिरी बिजली ने कई बच्चों की जिंदगियां लील ली। इन मांओं के आंचल सूने हो चुके हैं। इन घरों के आंगनों में खुशियों की जगह मातम का बसेरा है। इस दर्द की टीस की भरपाई बेहद मुश्किल है। इसलिये अपने बच्चों का बारिश के मौसम में खास ख्याल रखें। क्योंकि आकाशीय बिजली ऊंचे पेड़ और मकानों पर गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट,एपीएन