एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण की बात छेड़ी है। उन्होंने एक कार्यक्रम में संतों से कहा कि राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने का समय अब करीब आ गया है। उन्होंने कहा कि इस सपने को साकार करने के लिए प्राण और प्रण से जुटेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या के हिंदू संतों और महंतों से कहा है कि वे कम से कम पांच या दस गाय या बैल पालें। राम मंदिर आंदोलन के नेता रामचंद्र परमहंस की 15वीं पुण्यतिथि पर यहां दिंगबर अखाड़ा मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में योगी ने कहा कि अयोध्या में कई लावारिस गाय हैं जो बदहाल स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू नेताओं को निश्चित रूप से इन जानवरों का संरक्षण करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि परमहंस जी से उनका और गोरक्षपीठ, गोरखपुर का पुराना नाता रहा है।
सीएम योगी ने परमहंस जी के बारे में बताया कि उन्होंने बेबाकी से सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में जो कार्य किया वह अनुकरणीय है। राम मंदिर आंदोलन में उनका योगदान जीवन भर याद रहेगा। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक जगत में उनकी प्रेरणा हम सबको हमेशा प्रेरित करती रहेगी। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रामराज लाने के लिए सरकार के साथ आम नागरिकों को भी मिल कर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश का प्रत्येक नागरिक आतंकवाद, भेदभाव और अभाव से मुक्त राज्य के निर्माण का संकल्प लेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा के राज्य में सत्ता में आने के बाद अवैध बूचड़खानों को बंद किया गया है। इसकी वजह से कई गाय और बैल सड़कों और खेतों में घूम रहे हैं।’’ न्होंने कहा, ‘‘इस स्थिति से निपटने के लिये राज्य सरकार ने गौशाला बनाने के लिये रकम जारी की है लेकिन यह सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। जनसहयोग आवश्यक है।