मेजबान कतर (Qatar) और इक्वाडोर (Ecuador) के पहले मैच के साथ ही आज यानि 20 नवंबर 2022 को दुनिया के सबसे बड़े आयोजन कहे जाने वाले फुटबॉल विश्व कप (Football World Cup) का आगाज हो जाएगा. लेकिन 30 लाख की आबादी वाले कतर के लिए इस वर्ल्ड के लिए तैयार करना इतना आसान नहीं रहा है. इसके अलावा ये मध्य पूर्व (Middle East) के किसी भी देश में आयोजित होने वाला पहला विश्व कप है. इस विश्वकप के माध्यम से कतर पहली बार अरब संस्कृति को दुनिया के सामने दिखाने का मौका भी होगा.
कुछ विश्लेषकों के अनुसार, विश्व कप कतर को वैश्विक मंच पर अपनी पहचान को स्थापित करने का मौका प्रदान करेगा. जानकार बताते हैं कि छोटे आकार के बावजूद इस तरह के आयोजन से कतर को अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता भी मिलती है.

Qatar ने विश्वकप के लिए क्या–क्या किया?
2010 में मेजबानी की दौड़ में अमेरिका जैसे देश को पछाड़ने के बाद 12 वर्षों में छोटे से कतर ने इस कार्यक्रम के अधिकार मिलने के बाद से, इसने 300 अरब डॉलर (लगभग 24 लाख करोड़ रुपए) खर्च किए हैं. विश्वकप के लिए कतर ने अपनी राजधानी दोहा को एकदम बदल दिया है, राजधानी में अब अगले एक महीने तक दस लाख से अधिक प्रशंसकों (Fans) को समायोजित करने के लिए कई नए स्टेडियम और होटल बनाए गए हैं.

चूंकि ये टूर्नामेंट मध्य पूर्व में आयोजित होने वाला पहला फुटबाल विश्व कप है, इसे कई मायनों में खेल की दुनिया में इस क्षेत्र की बड़ी महत्वाकांक्षाओं की परिणति के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, इस आयोजन से पहले ही कतर और उसके साथ लगते हुए अन्य धनी पड़ोसी देशों (यूएई, सऊदी अरब) ने प्रमुख यूरोपीय फुटबॉल क्लबों में अरबों डॉलर का निवेश किया है. इस बड़े आयोजन के अलावा मध्य पूर्व में अगले साल (2023) चार फॉर्मूला 1 (F-1) रेसिंग की मेजबानी करेगा, वहीं सऊदी अरब LIV Tour का समर्थन कर रहा है जिसका उद्देश्य पेशेवर गोल्फ में दुनिया में बादशाहत हासिल करना है.
इसके अलावा यह कार्बन-तटस्थ (Carbon Neutral) विश्व कप भी होगा. वहीं मई–जून में पड़ने वाली कतर की भीषण गर्मी से बचने के लिए इस विश्वकप पारंपरिक समर टाइम स्लॉट की जगह साल के अंतिम समय में रखा गया है.
विवादों से भी पुराना नाता
कतर में विश्वकप का आयोजन कई पहलों का टूर्नामेंट शुरू से ही विवादों में रहा है. महिलाओं और LGBTQ लोगों के अधिकारों और प्रवासी मजदूरों के इलाज को सीमित करने वाली कतरी नीतियों को लेकर लगातार चिंताएं जताई जाती रही हैं.
रिकार्ड कमाई की उम्मीद
विश्लेषकों के अनुसार, कोरोना, रूस-युक्रेन युद्ध (Corona and Russia Ukraine War) और अन्य समस्याओं के बीच भी इस टूर्नामेंट के आयोजक फीफा को 2018 में रूस में आयोजित हुए विश्वकप से मिले $5.4 बिलियन से भी अधिक राजस्व मिलने की उम्मीद है. पिछले विश्व कप को लगभग 3.6 अरब (360 करोड़) लोगों ने देखा था और अरबों लोग इस संस्करण को भी देखने, सुनने के लिए तैयार हैं.

रेगिस्तान में हरे भरे खेत
चार साल में एक बार आयोजित किए जाने वाले इस टूर्नामेंट को इसके 92 साल के इतिहास में पहली बार मध्य पूर्व में आयोजित किया जा रहा है, जो इसे इस क्षेत्र में आयोजित होने वाला अब तक का सबसे बड़ा खेल आयोजन है. कोविड -19 प्रतिबंधों के हटने के बाद ये पहला बड़ा आयोजन है, जिसमें दर्शकों को स्टेडियम आने की अनुमति दी गई है. पिछले साल टोक्यो में आयोजित हुए ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (Summer Olympics) और बीजिंग में हुए शीतकालीन खेलों (Winter Olympics) को प्रशंसकों के लिए बंद रखा गया था.

इसके अलावा पिछले विश्व कपों के विपरीत, जहां आमतौर पर कई शहरों में में मैच खेले जाते थे, इस बार ऐसा नहीं है, इस बार सभी मैचों का आयोजन राजधानी दोहा के मुख्य कॉर्निश के 31 मील के भीतर किया जा रहा है. इसका अर्थ ये हुआ कि एक महीने तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के लिए राजधानी में दस लाख से अधिक प्रशंसक होंगे, जो कतर की पूरी आबादी का लगभग एक तिहाई है.
सबसे बड़ा बदलाव इस बार परंपरा से हटकर यह है कि, पहली बार फीफा, कतर की चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए आमतौर पर साल के मध्य महीनों में होने वाले विश्वकप का आयोजन नवंबर और दिसंबर में कर रहा है. कार्यक्रम में बदलाव के चलते यूरोपीय लीग के कार्यक्रमों को परेशान कर दिया है, इसके अलावा खिलाडियों को चोट और थकावट जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है.
प्रशंसकों के लिए
इस विश्वकप के लिए रखी गई लगभग 3 मिलियन टिकट में से लगभग सभी उपलब्ध सीटें अक्टूबर के मध्य तक बिक चुकी थीं. फीफा ने कहा है कि कतर के निवासियों के साथ सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के लोग ने सबसे ज्यादा टिकट खरीदी है. अमेरिका, मैक्सिको, ब्रिटेन, फ्रांस, अर्जेंटीना, ब्राजील और जर्मनी के प्रशंसक भी दोहा आए हुए हैं, जबकि कोविड-19 के चलते लगाए गए प्रतिबंधों से चीन से आने वाले पर्यटकों को दूर रखा गया है.

दोहा में रहने के लिए जगह नहीं
इस टूर्नामेंट के मैचों की मेजबानी के लिए आठ स्टेडियम को तैयार किया गया है, जिसमें से सात नव निर्मित और एक का नवीनीकरण किया गया है. कतर के छोटा देश होने के कारण आयोजकों के सामने जो सबसे बड़ी चूनौती थी वो थी जगह की. जगह को बचाने के लिए कतर की ओर से अनेकों तरह के उपाय किए गए, जिसमें गैर-पारंपरिक आवासों की ओर रुख, क्रूज जहाज, डेजर्ट कैंप और घर के प्रशंसकों के लिए सर्विस्ड अपार्टमेंट शामिल हैं. कतर की 1,30,000 कमरे उपलब्ध कराने की योजना थी, लेकिन कई होटल विश्वकप के समय तक पूरा नहीं हो पाए जिसके चलते प्रशंशको को दूर-दराज के इलाकों में स्थित अपार्टमेंट में रहना पड़ेगा.
हालांकि आवासीय समस्या से निपटने के लिए कतर द्वारा विश्व कप दर्शकों के लिए आस-पास के शहरों के लिए उसी दिन वापसी की उड़ानें भी संचालित की जा रही है. कतर ने मदद के लिए अपने पड़ोसियों का भी रुख किया है. इसके लिए दोहा और अन्य प्रमुख मध्य पूर्वी शहरों के बीच लगभग 100 दैनिक वापसी उड़ानें आगंतुकों (Visitors) को छोटे से खाड़ी देश कतर के बाहर रहने की अनुमति देंगी. दुबई में विशेष रूप से होटल के कमरों की मांग में वृद्धि देखी गई है.

कतर से सिर्फ 55 मिनट की दूरी पर, पर्यटक-अनुकूल अमीरात जो अपने अधिक उदार ड्रेस कोड और पार्टी संस्कृति के लिए जाना जाता है को इसका सबसे अधिक लाभ होने की उम्मीद है. आयोजकों का कहना है कि स्टेडियमों की निकटता और परिवहन लिंक प्रशंसकों को एक ही दिन में कई खेलों में भाग लेने की अनुमति देंगे. अधिकांश स्टेडियम सार्वजनिक परिवहन से जुड़े होंगे, जिसमें एक नई मेट्रो प्रणाली और इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा शामिल है. जबकि इससे टूर्नामेंट के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी.
विश्व कप से पहले सबसे बड़ी परियोजनाएं
कतर द्वारा विश्व कप से पहले एक नया मेट्रो सिस्टम, एक आधुनिक शिपिंग पोर्ट, इसके मुख्य हवाई अड्डे का विस्तार और दोहा के उत्तर में एक नियोजित शहर के निर्माण ने देश को बदल दिया है. अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश निर्माण पहले से ही विचाराधीन था, लेकिन विश्व कप के चलते इसे समय से पहले पुरा किया गया है.
कतर द्वारा सबसे ज्यादा खर्च मध्य दोहा के उत्तर में एक मेगा-डेवलपमेंट लुसैल के निर्माण के लिए किया गया है, जिसपर लगभग 45 बिलियन डॉलर (लगभग 3.5 लाख करोड़) का खर्च आया है, यह 2010 में रेगिस्तान था. इसके डेवलपर के अनुसार, अब यह लगभग 2,00,000 लोगों का घर होगा. इस नई नगर पालिका में एक शहरी केंद्र, कृत्रिम द्वीपसमूह (Artificial Island) और लुसैल स्टेडियम शामिल है, जहां विश्व कप फाइनल खेला जाएगा.

कुछ जानकारी कतर के बारे में
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और ईरान के बीच स्थित कतर एक अशांत क्षेत्र में स्थित है. इस क्षेत्र में संबंध नाजुक और अक्सर तनावपूर्ण रहते हैं. 2017 में, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन ने कतर के साथ राजनयिक, व्यापार और यात्रा संबंधों को खत्म कर दिया था.
इन देशों का आरोप था कि कतर आतंकवादियों का वित्त पोषण करने के अलावा ईरान के बहुत करीब है जिसको लेकर कतर इनकार करता आया है. इस कदम को कतर की संप्रभुता (Sovereignty) के लिए खतरे के रूप में देखा गया और अमेरिकी राजनयिकों ने स्थिति को बिगड़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हालांकि, 2021 की शुरुआत में अमेरिकी मध्यस्थता की मदद से ये संबंध फिर बहाल हुए.
31 अक्टूबर को समाप्त हुए वर्ष में कतर की जनसंख्या में लगभग 14 फीसदी की वृद्धि हुई, जो रिकॉर्ड 3 मिलियन (30 लाख) लोगों तक पहुंच गई. लेकिन प्रशंसकों के अपने घर वापिस लौटने के बाद देश को एक खालीपन महसूस होने का खतरा है.