Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने आज 17 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। बता दें कि झारखंड में अवैध खनन और मनी लॉड्रिंग के मामले में कई छापेमारी हुई है। जिसके बाद ईडी ने हेमंत सोरेन को जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के उल्लंघन और साहेबगंज जिले में एक अवैध खनन मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के लिए तलब किया है। बता दें कि छापेमारी के दौरान ईडी ने हेमंत सोरेन से संबंधित मिले कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को बरामद किया था। ये सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज ईडी को गिरफ्तार आरोपी पंकज मिश्रा के पास से बरामद हुए थे। पंकज मिश्रा सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि है। ईडी ने इस मामले में कई बार रांची स्थित दफ्तर में पूछताछ की है।
वहीं दूसरी तरफ झामुमो कार्यकर्ता सीएम के समर्थन में आज सड़कों पर उतर आए हैं। आज मोराबादी मैदान में सीएम हेमंत सोरेन के समर्थन जुट गए हैं, एक समर्थक का कहना है, ”सीएम अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए उन्हें फंसाया जा रहा है।” एक अन्य समर्थक ने कहा, “मोदी सरकार हमेशा गैर-बीजेपी राज्यों को धोखा देती है। हमारे सीएम ने कहा कि अगर वह दोषी हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, फिर भी ईडी ने समन भेजा।”
Hemant Soren- जो लोग बाहर से आकर यहां राजनीति करते है उन्हें बाहर कर दूंगा
बता दें कि इसके पहले हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए 16 नवंबर को पेश होने की मांग की थी। लेकिन ईडी ने इसे खारिज कर दिया था। ईडी के सामने पेश होने से पहले ही हेमंत सोरेन ने विधायक दल की बैठक बुलाई। उन्होंने सभी विधायकों को रांची में ही रहने के निर्देश दिया है। CM हेमंत सोरेन ने कहा कि आपको तय करना है कि इस राज्य में षड्यंत्रकारियों का राज चलेगा या आदिवासियों का।
ये सब एक चाल है। हमें सत्ता से बेदखल करने के लिए ये सब किया जा रहा है। ये जानते हैं कि अगर मैं 5 साल यहां टिक गया तो आदिवासियों को मजबूत कर दूंगा। इसलिए ये लोग यहां आकर राजनीति कर रहे हैं।
क्या है मामला?
दरअसल, झारखंड में अवैध खनन के जरिए लगभग 100 करोड़ रुपये की राशि की उगाही को लेकर ईडी ने कई जगहों पर छापेमारी की थी। सबसे पहले इस मामले में 8 जुलाई को पंकज मिश्र के साहिबगंज स्थित आवास और अन्य सहयोगियों के 19 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। छापेमारी में ईडी को 5.34 करोड़ रुपये नगद और कई दस्तावेज मिले थे।
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