Ankita Bhandari Case: अंकिता भंडारी की मौत मामले में पुलिस की जांच जारी है। इसी बीच परिजन का बयान सामने आया है, जिससे मामला और भी अधिक सनसनीखेज हो गया है। परिवार वालों का कहना है कि वे अंकिता का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इसके साथ ही परिजन ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जांच कराने की भी मांग की है। वहीं, अंकिता की मौत के बाद लोगों में गुस्सा व्याप्त है। उत्तराखंड की लाडली को न्याय दिलाने के लिए कई जगहों पर लोग प्रदर्शन भी कर रहे हैं। मामले में एसआईटी प्रभारी डीआईजी पीआर देवी का भी बयान सामने आया है।

Ankita Bhandari Case: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का है इंतजार
अंकिता की मौत मामले में लोगों का गुस्सा देखा जा सकता है। लोग जल्द से जल्द मामले में जांच पूरी कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, रविवार सुबह अंकिता भंडारी का शव उत्तराखंड के श्रीनगर पहुंचा। यहां आज अंतिम संस्कार किया जाना था, लेकिन परिजन ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। परिजनों का कहना है कि जबतक अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तबतक अंतिम संस्कार नहीं होगा। वहीं, अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने सरकार से पूछा है कि आखिरकार सरकार ने वनतारा रिजॉर्ट क्यों गिराया, पिता का कहना है कि उस रिजॉर्ट में ही तो सारे सबूत थे। उन्होंने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जांच कराने की मांग की है।
मामले को लेकर एसआईटी प्रभारी डीआईजी पीआर देवी ने कहा “हमने रिसॉर्ट के हर कर्मचारी को थाने बुलाया है, सबके बयान लेंगे। हम रिजॉर्ट की पृष्ठभूमि का पूरा विश्लेषण कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अंकिता के व्हाट्सएप चैट्स की भी जांच की जा रही है। वहीं, उन्होंने पोस्मॉर्टम रिपोर्ट को लेकर कहा “हमें अभी तक उचित पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद है कि आज मिल जाएगी।”
ऋषिकेश की एक नहर से मिला था अंकिता का शव
मालूम हो कि अंकिता भंडारी वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। वे बीते 18 सितंबर को चिल्ला बैराज क्षेत्र से लापता हुई थी। करीब एक हफ्ते बाद 24 सितंबर को अंकिता का शव ऋषिकेश की एक नहर से बरामद किया गया था। इसके बाद मामला और तूल पकड़ने लगा। वहीं, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ऋषिकेश के एम्स में ले जाया गया था।
पुलिस मामले में रिजॉर्ट के मालिक आरोपी पुलकित आर्य, मैनेजर सौरव भास्कर और असिस्टेंट अंकित गुप्ता को पहले ही हिरासत में ले चुकी है। मामले में कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
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