साफ पानी की कमी से पूरी दुनिया जूझ रही है। हालांकि भारत में भी ये समस्या कोई मामूली नहीं है। कहा तो ये भी जाता है कि अगला विश्वयुद्ध पानी को लेकर होगा। हालांकि दुनिया में ये कब होगा पता नहीं लेकिन ओरंगाबाद में पानी को लेकर महायुद्ध जरूर छिड़ गया है। महाराष्ट्र के ओरंगाबाद में शुक्रवार देर रात दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद तनाव का माहौल बना हुआ है। देर रात दो समुदायों के बीच नल का कनेक्शन तोड़ने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई हैं। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और करीब 30 लोग जख्मी हो गए। पुलिस ने पूरे शहर में एहतियातन धारा 144 लगा दी है। इस धारा के तहत किसी भी स्थान पर एकसाथ चार से ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकते।
खबरों के मुताबिक, शुक्रवार रात 10:30 बजे पानी का कनेक्शन टूटने के कारण विवाद शुरू हुआ। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई जिसने बाद में हिंसक रूप ले लिया। हिंसक झड़प के दौरान पथराव में घायल हुए लोगों को RMO मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। आरएमओ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कैलाश जाइन ने बताया कि हिंसा में घायल दो व्यक्तियों को जब यहां लाया गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने इस मामले की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर हिंसा रोकने के लिए लाठीचार्ज, प्लास्टिक की गोलियां और आंसू गैस का इस्तेमाल किया जिसके बाद हालात काबू में आए।
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर औरंगाबाद हिंसा की जांच की मांग की है। वहीं औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर ने बताया, ‘एक होटल में दो लोगों में झगड़ा हुआ, फिर दोनों के समर्थक आमने-सामने आ गए। इससे भीड़ बढ़ गई जो बाद में अफवाह के रूप में सामने आई। पुलिस अधिकारी की मानें तो यह घटना दो अलग-अलग समुदायों से जुड़ा है।