गूगल और स्मार्ट कार्ड लॉबी पर यूआईडीएआई ने एक बड़ा इल्जाम लगाया है। यूआईडीएआई ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में आधार मामले की सुनवाई के दौरान आरोप लगाते हुए कहा, कि गूगल और स्मार्ट कार्ड लॉबी आधार को सफल नहीं होना देना चाहते हैं। क्योंकि अगर आधार सफल हो गया तो स्मार्ट कार्ड बिजनेस से बाहर हो जाएंगे। इसलिए आधार पर असुरक्षित होने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
दरअसल, जब मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों वाली बेंच आधार मामले की सुनवाई कर रही थी तब यूआईडीएआई ने पीठ को बताया, कि यूरोप आधारित एक कॉमर्शियल वेंचर की ओर से एक ऐसा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत आधार को स्मार्ट कार्ड की तरह नहीं इस्तेमाल नहीं किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। यूआईडीएआई ने दलील देते हुए बताया, कि यदि आधार सफल हो जाता है तो स्मार्ट कार्ड बिजनेस से बाहर हो जाएंगे, जो कि गूगल नहीं चाहता है। यूआईडीएआई ने बताया, स्मार्ट कार्ड की लॉबी आधार को सफल होने देना नहीं चाहती है। इसलिए आधार पर असुरक्षित होने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
यह भी पढ़े: आधार डाटा लीक बड़ी चिंता, इससे चुनाव हो सकता है प्रभावित- सुप्रीम कोर्ट
सुनवाई के दौरान, UIDAI के वकील राकेश द्विवेदी ने कहा कि ऐसे सारे तथ्य गलत है जिसके तहत यह कहा जा रहा है कि आधार डेटा का इस्तेमाल चुनाव नतीजों से छेड़छाड़ के लिए किया जा सकता है। राकेश द्विवेदी ने कहा, कृपया हमारी तुलना कैंब्रिज एनालिटिका से न करें। हम ऐसा कोई डेटा नहीं रखते जैसा कि फेसबुक और गूगल रखते हैं।
वकील ने कहा, स्मार्ट कार्ड यूरोप में जगह बना चुका है। ऐसे में अगर भारतीय प्रयोग सफल होता है तो स्मार्ट कार्ड यूरोपीय यूनियन में भी खतरे में पड़ जाएगा। सिंगापुर भी बायोमीट्रिक पहचान को अपना रहा है। इसलिए गूगल और स्मार्ट कार्ड इंडस्ट्री यह नहीं चाहती हैं कि आधार सफल हो।