सेना का एक जवान पिछले कई दिनों से लापता चल रहा था जिसकी अब आंतकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के साथ जुड़ने की खबरें सामने आ रही है। इस बात का खुलासा आंतकी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हुआ। बता दें कि सेना की ओर से फिलहाल इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
बताया जा रहा है कि शोपियां के सफंगगरी का रहने वाला इदरीस सुल्तान सेना की 12 जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) इकाई में कार्यरत था। वो इस समय बिहार में तैनात था सेना में भर्ती होने के समय इदरीस बीएससी दूसरे वर्ष का छात्र था। अप्रैल के शुरूआती सप्ताह से वो लापता बताया जा रहा था।
रविवार को अचानक सोशल मीडिया पर उसकी एक फोटो वायरल हुई। जिसके अनुसार वो अब आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। वायरल तस्वीर में वो हाथों में एके-47 लिए खड़ा दिखाई दे रहा है। गौरतलब है कि शोपियां में भारी तदाद में युवक भटक कर आतंक की राह पर निकल चुके हैं। सैन्यकर्मी की तस्वीर को लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
वहीं इस मामले में सेना फिलहाल अपने स्तर से जांच कर रही है। सूत्रों की मानें तो सैन्यकर्मी अपने ही इलाके दक्षिण कश्मीर से लापता हुआ था। पुलिस लगातार युवक की तलाश में जुटी थी। हालांकि तस्वीर के वायरल होने के बाद ये साफ हो चुका है कि वो अब मुख्यधारा के मार्ग को छोड़ कर आतंक की दुनिया में पैर रखा चुका है।
बता दें कि इदरीस सुल्तान पहला ऐसा सेना या पुलिस का कर्मचारी नहीं है जो आतंक की राह पर गया हो। इससे पहले पुलवामा का नसीर पंडित जोकि जम्मू कश्मीर पुलिस में कांस्टेबल था, हिज्ब में शामिल हुआ था।
पुलवामा का राकिब शाह, शोपियां का सैयद नवीद, पुलवामा का जहूर अहमद और शोपियां हेफ्फ का इशफाक अहमद आदि कुछ ऐसे नाम हैं जो पुलिस की नौकरी छोड़ आतंकी संगठनों में शामिल हो गए थे।