Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा से अयोग्य होने की संभावना है। इस मामले में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस जल्द ही चुनाव आयोग द्वारा उन्हें भेजी गई रिपोर्ट की घोषणा करेंगे। भाजपा ने विधायक के रूप में उनकी अयोग्यता की मांग की थी और उन पर खुद को खनन पट्टे का विस्तार करने का आरोप लगाया था। उन्होंने मामले को चुनाव आयोग के पास भेज दिया था। हालांकि, सीएम हेमंत सोरेन के कार्यालय ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी भी चीज़ की सूचना नहीं दी गई है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि यदि हेमंत सोरेन अयोग्य घोषित हो गए तो उनके बाद झारखंड का नया सीएम कौन होगा? आइए यहां हम विकल्प के बारे में बताते हैं:
Hemant Soren की जगह शिबू सोरेन बन सकते हैं मुख्यमंत्री
बता दें कि JMA के नेतृत्व में चल रही सरकार को विधानसभा में पर्याप्त बहुमत है, लेकिन हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता समाप्त होने की स्थिति में और भी विकल्प खुले हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन CM पद पर आसीन हो सकते हैं और उनके नाम पर झामुमो के साथ-साथ कांग्रेस को भी कोई आपत्ति नहीं होगी! झारखंड आंदोलन से जुड़े शिबू सोरेन तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने। पहली बार 2005 में वो सीएम की कुर्सी पर बैठे लेकिन बहुमत साबित ना कर पाने के कारण 10 दिनों में ही इस्तीफा देना पड़ा था। जबकि उनके बेटे और मौजूदा सीएम हेमंत सोरेन ने दो बार राज्य की बागडोर संभाली। हालांकि, पहली बार भी हेमंत अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे।
कल्पना सोरेन (kalpana Soren)
हेमंत सोरेन की कुर्सी जाने की खबरों के बीच उनकी पत्नी कल्पना सोरेन अचानक चर्चा में आ गई है। अब सीएम पद के लिए हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का नाम भी चल रहा है, लेकिन इस फैसले से सोरेन परिवार में ही विवाद पैदा हो सकता है। हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन जामा से पार्टी की विधायक हैं। कल्पना सोरेन का नाम आगे किए जाने की स्थिति में सीता सोरेन आपत्ति जता सकती हैं। दरअसल हेमंत सोरेन की कुर्सी जाने के बाद झारखंड में भी 25 साल बाद बिहार जैसा ही इतिहास दोहराया जा सकता है। गौरतलब है कि बिहार में RJD प्रमुख लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री पद से छोड़ने के पहले अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बनवा दिया था। अब उसी रास्ते पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अब उसी राह पर चल सकते हैं।
सक्रिय राजनीति से दूर रही है कल्पना सोरेन
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन सक्रिय राजनीति से दूर ही रही हैं। कल्पना सोरेन महिलाओं और बच्चों से संबंधित कई कार्यक्रमों में भागीदारी निभाती रही हैं। वो अब तक सक्रिय राजनीति में आने की बात से इनकार करती रही हैं। कल्पना सोरेन ओडिशा के मयूरभंज की रहने वाली है और हेमंत सोरेन से 7 फरवरी 2006 को शादी हुई थी और इनके दो बच्चे निखिल और अंश है।
खुले हैं ये विकल्प
हालांकि, सोरेन परिवार से अलग भी कुछ नामों पर विचार किया जा सकता है, जिनमें वरिष्ठ मंत्री चंपई सोरेन और जोबा मांझी का नाम सामने आ सकता है। हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रतिकूल फैसला आने के बाद अब कांग्रेस भी दबाव बढ़ा सकती है। राज्य में कांग्रेस के 18 विधायक हैं। मौके पर बनते-बिगड़ते समीकरणों के लिहाज से कांग्रेस भी बड़ा खेल कर सकती है।
भाजपा ने लगाए आरोप
भाजपा ने सोरेन पर उनके राजनीतिक सलाहकार पंकज मिश्रा और प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद को खनन पट्टा आवंटित करने का भी आरोप लगाया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा राज्य में कथित अवैध खनन का पता लगाने के लिए की गई छापेमारी के बाद मिश्रा को गिरफ्तार करने के बाद से मिश्रा न्यायिक हिरासत में हैं। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में झामुमो के 30 विधायक हैं, जबकि यूपीए की सहयोगी कांग्रेस के पास 18 और राजद के पास एक विधायक है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदन में 26 विधायक हैं।
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