Amarnath Yatra: कोरोना काल के करीब दो साल बाद आज से अमरनाथ यात्रा की शुरूआत हो गई है। गुरुवार को पहला जत्था बाबा के दर्शन के लिए रवाना हुआ है। इस बार ये यात्रा 43 दिनों तक चलेगी। इस मौके पर जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल ने आज सुबह-सुबह श्रीनगर के राजभवन में भगवान अमरनाथ की पूजा अर्चना की। अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को मनोज सिन्हा ने शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा, “देश भर से श्रद्धालु यात्रा के लिए आए हैं। आशा है कि उनकी यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न होगी।”
इससे पहले बुधवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू आधार शिविर से भक्तों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी। अधिकारियों के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पहले जत्थे में 4,890 श्रद्धालु शामिल हैं जो बुधवार को 4 बजे के करीब भगवती नगर शिविर पहुंच जाएंगे। वहां से फिर 176 वाहनों में सवार होकर सभी श्रद्धालु कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुए।
Amarnath Yatra: महबूबा मुफ्ती ने कहा- कश्मीर के लोग करेंगे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा
एक ओर जहां भारी सुरक्षा के बीच बाबा अमरनाथ की यात्रा शुरू हो गई है। वहीं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा, “कि कड़ी सुरक्षा के बावजूद कश्मीर के लोग ही अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की असली सुरक्षा प्रदान करते हैं।”
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कोविड 19 महामारी के कारण अमरनाथ यात्रा दो सालों के बाद गुरुवार से शुरू हो रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि कश्मीरी हमेशा की तरह ही इस बार भी यात्रियों का तहे दिल से स्वागत करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के साथ दुकानों को बंद किया जाता है, लेकिन मैं ये बात साफ कर देना चाहती हूं कि हम कश्मीरी ही अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को असल सुरक्षा मुहैया कराते हैं।
Amarnath Yatra: सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
गौरतलब है, कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पहले के मुकाबले तीन से चार गुना अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। अधिकरियों ने बताया कि बालटाल और पहलगाम रास्ते पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कई और नई सुरक्षा चौकियां स्थापित की गई हैं ताकि किसी प्रकार से यात्रा में कोई बाधा ना आने पाए।
यात्रा में केवल सत्यापित (वेरीफाई) यात्रिओं को ही शामिल किया जा रहा है। इसकी पुष्टि करने के लिए अमरनाथ यात्रा के इच्छुक लोगों को आधार या अन्य बायोमेट्रिक प्रमाणित पेपर्स साथ रखने को कहा है। तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा में ड्रोन और आरएफआईडी चिप को भी शामिल किया गया है।
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