पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से शुरु हुआ भाजपा का विजयरथ यूपी के निकाय चुनाव से होता हुआ अब गुजरात और हिमाचल पहुंच गया है। जी हां, एग्जिट पोल के रिजल्ट कुछ ऐसा ही कह रहे हैं। हालांकि कई बार ऐसा हुआ है कि एग्जिट पोल का पोल एक झोल साबित हुआ है। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस के लिए यह पोल काफी निराशाजनक है। गुजरात में दूसरे चरण के मतदान के बाद गुरुवार को विभिन्न टीवी चैनलों पर आए एग्जिट पोल में भाजपा को स्पष्ट बहुमत दिखाया गया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल में भी भाजपा की सरकार स्पष्ट बहुमत से बनती हुई दिख रही है। दोनों राज्यों में कांग्रेस जीत से काफी दूर दिख रही है। तमाम सर्वेक्षणों का निचोड़ निकालें तो भाजपा को 116, कांग्रेस को 64 और अन्य को 2 सीटें मिलने का अनुमान है। सी-वीटर्स ने यहां पर भारतीय जनता पार्टी को अपने एग्जिट पोल में आगे दिखाया है।
अगर यह एग्जिट पोल सही साबित हुए तो कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि इस बार दोनों राज्यों के चुनाव के लिए कांग्रेस ने काफी मेहनत किया है। वहीं राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के बाद कांग्रेस अपने उम्मीदों के चरम सीमा पर पहुंच गई है। राहुल गांधी का अध्यक्ष बनना, सोशल मीडिया में परिवर्तन लाना, भाषणों में नई धार लाना आदि कई परिवर्तन करने के बाद अगर कांग्रेस को सफलता नहीं मिलती तो फिर उसके लिए आगे की राह काफी मुश्किल साबित हो सकती है।
इन चुनावों के बाद 2018 के अंत में भी चार राज्यों में चुनाव पड़ने हैं। साथ ही 2019 का लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस के लिए करो या मरो वाला होगा। ऐसे में गुजरात और हिमाचल राज्यों के चुनाव परिणाम आने वाले इन चुनावों के दिशा तय कर सकते हैं। गुजरात में पाटीदार आंदोलन, 22 साल के शासन, जीएसटी और नोटबंदी जैसे मुद्दों पर व्यापारी वर्ग की नाराजगी के बाद भी बीजेपी अगर बड़ी जीत दर्ज करती है तो पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी का कद और बड़ा हो जाएगा क्योंकि इतने नकारात्मकता के बिंदुओं के बावजूद बीजेपी अपना झंडा गाड़ने में सफल हो जाएगी।