“वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम” ने 19 नवंबर को ट्विटर के जरिए अपने आंकड़े सांझा किए। इन आंकड़ो के अनुसार भारत की सरकार, विश्व की तीसरी सबसे विश्वासपात्र सरकार हैं। इन आंकड़ो का विश्लेषण जनता के वोट के आधार पर किया गया हैं। इस सर्वे में जनता को अपने देश की सरकार के प्रति विश्वास को दर्शाते हुए वोट देना था। शेयर किये गए आंकड़े जनता के सरकार की ओर अटूट विश्वास को दर्शाते हैं। वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के सर्वे के अनुसार, पहले नंबर पर 82 फीसदी हासिल करके स्विट्जरलैंड की सरकार है और इंडोनेशिया की सरकार 82 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
A question of confidence: the countries with the most trusted governments https://t.co/7uxffqvXTE pic.twitter.com/1PA8nJeMo2
— World Economic Forum (@wef) November 19, 2017
वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के अनुसार, करीब 73 फीसदी भारतीय मोदी सरकार को देश के लिए बेहतर मानते हैं जबकि 27 फीसदी लोगों का मानना हैं कि सरकार इससे बेहतर काम कर सकती हैं। गुजरात चुनाव नजदीक हैं और भाजपा लगातार विरोधी पार्टियों के निशाने पर बनी हुई हैं। ऐसे में ये खबर विरोधियों के मुंह पर करारे तमाचे की तरह हैं।
मोदी है सबसे लोकप्रिय हस्ती-
अभी पिछले हफ्ते ही अमेरिकी थिंक टैंक प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा कराये गए सर्वे के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय राजनीति में सबसे लोकप्रिय हस्तियों में शुमार किया गया था। इस सर्वेक्षण में तकरीबन 2,464 लोगों को शामिल किया गया था। साल 2017 में 21 फरवरी से 10 मार्च के बीच कराये गए इस सर्वेक्षण के अनुसार 88 प्रतिशत लोगों ने मोदी को सबसे लोकप्रिय हस्ती माना था।
इस सूची के परिणामों के अनुसार, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 58 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर काबिज होने में सफल रहे थे। भारतीय राजनीति में सबसे लोकप्रिय हस्तियों की सूची में सोनिया गांधी 57 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 39 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर काबिज होने में सफल रहे थे। हर 10 में से 8 लोगों का ये मानना है कि आर्थिक दशाओं में मोदी के राजनीति में उतरने के बाद से ये सुधार हुआ है। सर्वे के अनुसार हर 10 में से 7 भारतीय देश में व्याप्त सुविधाओं से संतुष्ट हैं।
भाजपा के पक्ष में फैसले की उम्मीद जागी-
अभी विरोधी पार्टी पीएम मोदी से मिली इस करारी हार को ही बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। अब ऐसे में वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के इन आंकड़ो ने विपक्षियों की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं। अमेरिकी और वर्ल्ड फोरम द्वारा शेयर किये गए ये आंकड़े गुजरात विधानसभा चुनाव का भाजपा के पक्ष में फैसला आने के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
एक के बाद एक मोदी सरकार को मिल रही जीत गुजरात चुनाव में भाजपा की निश्चित जीत की ओर संकेत कर रही हैं। अब ये तो गुजरात चुनाव का परिणाम ही निश्चित करेगा कि गेंद किस पाले में जाती है।