Jharkhand Ropeway Accident: रामनवमी के अवसर पर झारखंड के देवघर जिले में त्रिकूट की पहाड़ी पर स्थित राज्य का एक मात्र रोपवे का लुत्फ उठाने और मंदिर का दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में पर्यटक जाते हैं। ऐसे में यहां पर आने वाले लोगों को अंदाजा भी नहीं था कि उनके साथ इतना बड़ा हादसा हो जाएगा। रोपवे का तार टूटने और अन्य रिपोर्ट्स के अनुसार रोपवे की ट्रॉलियां आपस में टकराने से 4 लोगों की मौत हो गई है। वहीं दर्जन भर लोग घायल हैं और 20 घंटे से भी अधिक समय से 48 जिंदगियां हवा में लटकी हैं। इन्हें बचाने के लिए ITBP के जवान, Air Force, NDRF की टीम को लगाया गया है।
Jharkhand Ropeway Accident: खड़ी है चढ़ाई
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त्रिकूट पर्वत भारत का सबसे ऊंची खड़ी चढ़ाई वाला पर्वत है जिससे जवानों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पर इन्हें ट्रेनिंग ही जिंदगियां बचाने की दी जाती है, जिसके दमपर अभी तक 18 लोगों को मौत के मुंह से निकाला जा चुका है। जो लोग फंसे हैं उन्हें पानी और अन्य खाने का सामान पहुंचाया जा रहा है।
रोपवे बनाने वाली टीम भी घटना स्थल पर पहुंच चुकी है। घटना में जान गंवाने वालों में बूढ़े, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एक बच्चे की हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं हालात को देखकर लग रहा है कि मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। लोगों को बचाने के लिए दो Mi-17 Helicopters को भी लगाया गया है।
Jharkhand Ropeway Accident: 800 मीटर ऊंचाई
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ऐसे में तमाम तस्वीरें सामने आ रही हैं जिसमें दिख रहा है कि कैसे 800 मीटर की ऊंचाई पर फंसे लोगों को जवान बचा रहे हैं। बता दें कि यह 90 डिग्री पर ऊंचाई की ओर जाता है। सतह से टॉप पर बने स्टेशन तक पहुंचने में 8 मिनट का समय लगता है। लोगों को बचाने में रेस्क्यू टीम दो बार फेल हुई। तीसरी बार थोड़ी कामयाबी मिली और कुछ लोगों को निकाला गया।
ये हादसा कैसे हुआ है इस पर ITBP से लेकर मीडिया रिपोर्ट्स महज कयास लगा रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार शनिवार शाम 4.30 बजे जैसे ही ट्रॉली डाउन स्टेशन से चालू हुआ कि पहाड़ की चोटी पर स्थित रोपवे के रोलर का तार टूट गया और बड़ा हादसा हो गया।
Jharkhand Ropeway Accident: झारखंड सीएम ने क्या कहा?
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घटना को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री ने लोगों को हर संभव मदद मुहैया कराने का भरोसा दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि देवघर त्रिकुट रोपवे हादसे में फँसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन, सेना और NDRF की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। मैं स्थिति पर लगातार नजर रख रहा हूँ। शीघ्र ही सभी सकुशल निकाल लिए जायेंगे।
घटना कितनी भयंकर थी इस बात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि तीन ट्रॉली के डिस्प्लेस होने और आपस में टकराने की वजह से ऊपर की ट्रॉलियां भी हिलने लगीं। उसके बाद पहाड़ में जाकर टकरा गई।
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