“लालू यादव मीडिया के ‘डार्लिंग’ हैं, वे मीडिया में बने रहने के लिए तरह-तरह के बयान देते रहते हैं।” बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा लालू यादव लगातार अपमानजनक और कटु शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। मैं सब देख रहा हूं लेकिन इस पर मेरी कोई प्रतिक्रिया नहीं है। उनकी बात को बिहार की जनता भी कभी गंभीरता से नहीं लेती है।
गौरतलब है कि मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में जेडीयू के जगह न मिलने पर लालू यादव ने खूब तंज कसे थे। लालू ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार को बंदर, धोखेबाज और चालाक इंसान कहा था। लालू ने लिखा था ऐसे लोगों को कोई नहीं पूछता, इसलिए कैबिनेट विस्तार में भी उनको नहीं पूछा गया।
झुंड से भटकने के बाद बंदर को कोई नहीं पुछता
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 3, 2017
दो नाव पर चलना और टांग फट कर मरना..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 3, 2017
नीतीश दो नाव की सवारी कर रहे हैं. ये अपनी ही चालाकी में फंस गए।
One who betrays his own people won't be taken in by others.
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 3, 2017
जेडीयू को कैबिनेट विस्तार में शामिल न होने पर बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल में जेडीयू के शामिल होने पर हमारी कोई बातचीत ही नहीं हुई थी और ना ही इसके लिए हमारी पार्टी नें कोई प्रयत्न किया था। मीडिया ही ऐसे खबर चला रही थी कि जेडीयू मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रही है जबकि हमारी और बीजेपी के बीच इस विषय पर कोई बातचीत भी नहीं हुई थी। उन्होंने यहां तक कहा कि इस विषय में हमारी सोच भी नहीं थी। मीडिया में ये बातें सूत्रों के हवाले से चलायी गयी। मीडिया पर तंज करते हुए नीतीश ने कहा कि मैं भी जानना चाहता हूं कि वह सूत्र कौन है।
नीतीश ने कहा कि जब मीडिया मंत्रिमंडल विस्तार का अनुमान लगाने में फेल हो गई तो वह ठीकरा कहीं और फोड़ रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि जेडीयू के मंत्रिमंडल में शामिल करने की जब कोई बात ही नहीं हुई तो फिर इस पर चर्चा क्यों की जा रही है। मीडिया को अब इस मंत्रिमंडल विस्तार का चैप्टर क्लोज कर देना चाहिए। उन्होंने इस दौरान मीडिया को नसीहत भी दी कि जेडीयू के बारे में कुछ भी खबर देने से पहले हमसे पूछ लें तो ज्यादा बेहतर होगा।