Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) के संसद में पेश किए गए आम बजट 2022 – 2023 पर अलग-अलग सेक्टर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इस मुद्दे पर एपीएन न्यूज़ ने आरबीआई के भूतपूर्व जनरल मैनेजर श्री अशोक मट्टू (EX RBI General Manager Ashok Mattu) जी से बात की।
उनका मानना है कि यह बजट भले ही Middle Class के लिए कोई खास राहत नहीं ले कर आया है, लेकिन इस बजट में बहुत सारी ऐसी बातें हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेंगी और जिसका फायदा आखिर में मध्यवर्ग को होगा। विश्व में बढ़ती क्रिप्टो करेंसी के दुष्चक्र से भारत सरकार ने भारत की जनता को बचाने के लिए आरबीआई के जरिए जो डिजिटल करेंसी लाने की बात संसद में कही है वो बजट में क्रिप्टो करेंसी से ज्यादा नियमित और बेहतर होगी।
Budget 2022: बजट में क्या है खास?

बजट में शिक्षा क्षेत्र को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की गईं हैं। वहीं सरकार ने क्रिप्टो करेंसी पर घोषण की है कि इसकी कमाई का 30 फीसदी सरकार को देना होगा। नागरिकों की सुविधाओं के लिए E-Passport भी जारी किया जाएया। पर देश में बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई पर सरकार ने कोई खास राहत नहीं दी है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने 2021-22 बजट 2 फरवीर को 34,83,236 लाख करोड़ का पेश किया था। इस साल केंद्र ने 39.45 लाख करोड़ का पेश किया है। मोदी सरकार का ये 10वां और निर्मला सीतारमण का 4था बजट है। देश के इतिहास में सबसे अधिक बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है। मोराराजी देसाई ने 1962-69 के दौरान वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 10 बजट पेश किए थे, उसके बाद पी चिदंबरम (9), प्रणब मुखर्जी (8), यशवंत सिन्हा (8) और मनमोहन सिंह (6) थे।
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