मंत्रियों का ऊँचा रसूख अक्सर आम आदमियों पर भारी पड़ता रहा है । इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। यूपी के खादी एवं ग्राम्य उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी के गनर की हठधर्मिता से सरकार को न सिर्फ 5 करोड़ रुपए का चूना लगा, बल्कि मरीजों की जान पर भी अब आफत बन आई है। दरअसल खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी गुरुवार को हरदोई में एक कार्यक्रम के दौरान बेहोश हो गए थे। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया। जहां वीआईपी ट्रीटमेंट करने में डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक इतने लीन हो गए कि उनका सुरक्षा गार्ड एमआरआई रूम में बंदूक लेकर घुस गया।फिर क्या एमआरआई मशीन में लगे चुंबक ने बंदूक को खींच लिया। और तेज आवाज के साथ मंत्री जी की कृपा से 5 करोड़ का एमआरआई मशीन खराब हो चला।
आपको बता दें कि एमआरआई रूम के दरवाजे पर ही मेटल भीतर न ले जाने की चेतावनी लगी होती है । पर मंत्रीजी के गनर ने उसे नजरअंदाज कर दिया। इसे आप मंत्रीजी का रसूख कहें या अनदेखी पर किसी डॉक्टर ने भी उसे नहीं टोका। इसके बाद मंत्री का गनर बंदूक लेकर अंदर पहुंच गया, और यह घटना हो गई। हालांकि जब जांच के लिए मशीन ऑन होते ही उसमें लगा चुंबक प्रभावी हो गया , बंदूक गनर के हाथ से निकल मशीन में फंस गई और तेज आवाज के साथ मशीन बंद हो गई तो मंत्रीजी हड़बड़ाहट में टेबल से उठे और बाहर भाग निकले।
संस्थान के डॉक्टर का कहना है कि यह एमआरआई मशीन 5 करोड़ रुपये की है। इससे रोजाना 30 मरीजों की जांच होती थी। वहीं नए मरीजों की जुलाई तक की वेटिंग दी जा रही है। ऐसे में मशीन खराब होने से मरीजों को जांच के लिए भटकना पड़ेगा। एमआरआई की सुविधा सिर्फ केजीएमयू और लोहिया अस्पताल में है। इस कारण लोड काफी है। फिलहाल इसे ठीक करने के लिए इंजिनियरों को बुलाया गया है। जो भी हो योगी सरकार के इस मंत्री ने सरकार को तो चूना लगाया ही है साथ ही जनता के लिए पहले से बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था में यह कांड करके और बदहाली की स्थिति पैदा कर दी है।