आम आदमी पार्टी में पनप रही अंदरुनी कलह और परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी पंजाब,गोवा और एमसीडी चुनाव में मिली हार से निपटते इससे पहले ही कुमार विश्वास व अमानतुल्ला के बीच के विवाद बढ़ गया इसके बाद अब जबकि यह विवाद थोडा शांत हुआ तो गुरुवार की सुबह CBI ने दिल्ली स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन, तरुण सेन समेत छह ठिकानों पर छापेमारी की।
क्या है मामला-
गौरतलब है कि सीबीआई का दिल्ली सचिवालय स्थित स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के दफ्तर पर यह छापा सत्येंद्र पर दर्ज हुए ताजा मामले को लेकर है। इसमें मंत्री पर गलत तरीके से लोक निर्माण विभाग (PWD) में 18 विशेषज्ञ की नियुक्त का आरोप है। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री ने PWD में विशेषज्ञ होते हुए भी 18 लोगों की निजी तौर पर नियुक्ति की है। दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इसे खारिज करते हुए इस मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौप दिया था। खबर के अनुसार एमसीडी चुनावों से ठीक पहले CBI ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में भी प्राथमिक जांच दर्ज कर ली थी। इसके अलावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सत्येंद्र के हवाला कारोबियों से संबंधों के सबूत मिलने का दावा किया था।
सत्येंद्र के खिलाफ मिले सबूतों के आधार पर आज सीबीआई टीम ने दिल्ली सचिवालय के 9वें फ्लोर पर स्थित उनके ऑफिस में छापेमारी की थी। टीम को यहाँ कई दस्तावेज मिले हैं इन दस्तावेजों के अनुसार हवाला कारोबारियों के सत्येंद्र जैन से सीधे संपर्क का दावा किया गया था। इसके अनुसार हवाला कारोबारी फोन के माध्यम से जैन से बात करते थे। यह बाते उनके बीच कोड वर्ड द्वारा हुआ करती थी। टीम का कहना है कि आप नेता सत्येंद्र जैन हवाला कारोबारियों के जरिये 17 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के मामले में भी आयकर जांच के घेरे में हैं। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की जांच में जैन मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल पाए गए हैं। इस मामले की जांच अभी जारी है और विभाग इस बाबत उनसे तीन बार पूछताछ कर चुका है।
बीजेपी-आप में सीधी तकरार-
आप विधायक सत्येंद्र जैन और डॉ तरुन सेन के फर्जीवाडे और धोखाधड़ी के मामले में फंसने के बाद एक बार फिर बीजेपी और आप के बीच सीधी तकरार हो सकती है। वैसे भी वर्तमान समय में आम आदमी पार्टी के सितारे गर्दिश में होने के कारण दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी व अन्य बीजेपी नेता केजरीवाल को घेरने से चूकना नहीं चाहते हैं।