प्रधानमंत्री Narendra Modi आगामी 13 दिसंबर को संसदीय क्षेत्र वाराणसी में महत्वाकांक्षी Kashi Vishwanath Dham Project का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम सहित देश भर के 3000 से अधिक अति विशिष्ठ गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम का देश भर में 51,000 से अधिक स्थानों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।
काशी विश्वनाथ के भव्य स्वरूप की जानकारी देते हुए वाराणसी के कमीश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया, ‘काशी विश्वनाथ धाम की परिकल्पना 50 हजार स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल में की गई। इसके 3 मुख्य भाग है, जिसमें मंदिर परिसर मुख्य गर्भ गृह है। पहले ये मंदिर 3000 हजार स्क्वायर फीट में सीमित था लेकिन अब मंदिर परिसर का दायरा 73 मीटर/40 मीटर का हो गया है।’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और यहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करेगी। ये काशी के लिए बहुत शुभ संकेत है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित बना भव्य Kashi Vishwanath Corridor ने विश्वनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह से बदल दिया है। अब 20 फीट चौड़ा एक कॉरिडोर बाबा विश्वनाथ को सीधे गंगा के तट से ललिता घाट के पास जोड़ रहा है। अब तंग गलियों की बजाय बाबा के भक्त सीधे इस चौड़ी रोड़ के जरिये गंगा में स्नान करके भव्य काशी विश्वानथ के दर्शन के लिए बड़ी ही आसानी से सीधे जा सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू की गई Kashi Vishwanath Corridor की भव्य महत्वाकांक्षी परियोजना अब अपने विस्तार स्वरूप में आ चुका है। वहीं पीएम मोदी के जापान के साथ समझोते के स्वरूप में शिवलिंग की तरह डिजाइन किया गया ‘रुद्राक्ष’ कन्वेंशन सेंटर भी काशी की शोभा में अपना अलग योगदान दे रहा है।
इस कन्वेंशन सेंटर में कुल 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। जापान के इंजीनियरों ने इस सेंटर को शिवलिंग की तरह डिजाइन किया है, जिसके अग्रभाग पर 108 रुद्राक्ष हैं। इस कन्वेंशन सेंटर में अलग-अलग बैठक के कक्ष और आर्ट गैलरी बहुत सी आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाया गया है।
वाराणसी में विरासत स्थलों में प्रतिष्ठित 84 घाटों को भी उनकी भव्यता और पौराणिक विशेषताओं के आधार पर संवारा जा रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के विशेष प्रयासों के तहत काशी को पूर्वांचल के सबसे बड़े मेडिकल हब के रूप में उभर रहा है।
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने शहर में मरीजों को आपातकालीन सेवाएं देने के लिए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन किया था। इसके अलावा वाराणसी में दो कैंसर अस्पताल भी बन गए हैं। इनमें से एक पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर अस्पताल है जबकि दूसरा लहरतारा पर होमी भाभा कैंसर अस्पताल है।
यह अस्पताल उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों मसलन मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार के मरीजों को इलाज और अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं प्रदान करते हैं।
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