CDS Bipin Rawat का निधन हो गया है। आज सुबह तमिलनाडु के कुन्नूर के पास उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। इस हेलिकॉटर में जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनके परिवार के साथ सेना के तीन अफसर समेत कुल 14 लोग सवार थें। घटना के बाद उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
Bipin Rawat के निधन पर देश भर में शोक

सीडीएस रावत की मौत पर देश भर में शोक की लहर देखी जा रही है। रक्षा मंत्री ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की थी। पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों की संयुक्तता की योजना तैयार की थी।
MI-17 V5 हेलिकॉप्टर में ये लोग थे सवार थे
बिपिन रावत
मधुलिका रावत
ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर
ले. क. हरजिंदर सिंह
नायक गुरसेवक सिंह
नायक. जितेंद्र कुमार
लांस नायक बी. साई तेजा
हवलदार सतपाल
लांस नायक विवेक कुमार
1979 में भारतीय सेना से जुड़ें थे रावत
जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। बिपिन रावत के पिता भी सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। रावत ने शुरूआती पढ़ाई देहरादून के कैबरीन हॉल स्कूल से की। उसके बाद उन्होंने शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़ाई की और आगे चलकर देहरादून के भारतीय सैन्य अकादमी से सैन्य अधिकारी की ट्रेनिंग ली जहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ़ ऑनर’ दिया गया था। बिपिन रावत ने सेना में अपने करियर की शुरुआत 1979 में 11वीं गोरखा राइफल की पांचवीं बटालियन के साथ मिजोरम में शुरू की थी।
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