Jawad एक चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) है। इसे लेकर आंध्र प्रदेश ओडिशा व बंगाल के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके तीन दिसंबर को बंगाल की खाड़ी में पहुंचने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों (meteorologists) का मानना है कि यह 4 दिसंबर की सुबह आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और ओडिशा (Odisha) के तटों पर पहुंच सकता है।
चक्रवात का नाम ‘जवाद’ क्यों है?
जैसा कि हम जानते हैं कि चक्रवात जिस-जिस देशों को प्रभावित करती है क्रम से वो इसका नाम देते हैं।
इस बार चक्रवाती तूफान जवाद’ नाम सऊदी अरब (Saudi Arab) ने दिया है। जवाद का अरबी में अर्थ उदार या दयालु होता है। इसके इस नाम रखने के पीछे कारण बताया गया है कि यह अधिक नुकसान नहीं पहुंचाने जा रहा है। हालांकि वास्तविक नुकसान का आकलन चक्रवता की समाप्ति के बाद ही तय की जा सकती है।
गुरुवार शाम से दिखेगा असर
स्काईमेट की तरफ से बताया गया है कि संभावना है कि आज शाम से उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पड़ोसी पश्चिम बंगाल के तट पर शाम से खराब मौसम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके बाद मौसम काफी अधिक खराब रहने की संभावना है और मौसम की स्थिति उग्र बनी रह सकती है। हालांकि बहुत अधिक नुकसान की बात नहीं कही गयी है।
बंगाल के तटीय इलाकों और झारखंड के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल के तटीय इलाकों और झारखंड के कुछ हिस्सों में इस चक्रवात के कारण भारी बारिश हो सकती है। बंगाल सरकार ने मछुआरों को समुद्र में जाने की मनाही की है और इस बाबत अलर्ट जारी किया गया है।