Chhattisgarh: राजनांदगांव (Rajnandgaon) के प्रमुख महाविद्यालय प्रभारी प्राचार्य के भरोसे चल रहे हैं और महाविद्यालय का कार्य सुचारू रूप से नहीं चल पाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय पार्षद Rishi Shastri ने उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है और स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति करने की मांग की है। राजनांदगांव शहर के दिग्विजय महाविद्यालय और शिवनाथ महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिसके चलते महाविद्यालय का कार्य सुचारू रूप से नहीं चल रहा है और त्रुटियां भी हो रही हैं। इस मामले को लेकर स्थानीय पार्षद ऋषि शास्त्री और एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष राजा यादव ने कहा है कि शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय में 120 सीटे हैं लेकिन 124 लोगों का एडमिशन किया गया था और अब विद्यार्थी अपना नामांकन फॉर्म जमा कर रहे हैं तो उनका फॉर्म जमा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा सब स्थाई प्राचार्य नहीं होने की वजह से हो रहा है।
स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति की जाए
दोनों ही महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्यों के द्वारा महाविद्यालय की बागडोर संभालने के चलते महाविद्यालय का कार्य प्रभावित होने का हवाला देकर पार्षद ऋषि शास्त्री ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के नाम एक पत्र लिखकर स्थाई प्राचार्यों की नियुक्ति करने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि प्रभारी प्राचार्य के माध्यम से महाविद्यालय का संचालन हो रहा है जबकि दोनों महाविद्यालय राजनांदगांव जिले के अग्रणी महाविद्यालय है और ऐसे में इन दोनों महाविद्यालयों में प्रभारी प्राचार्य होने से महाविद्यालय का काम सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। उन्होंने अपने पत्र में मांग की है कि दिग्विजय महाविद्यालय और शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य की जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए।
Chhattisgarh Municipal Election 2021: 20 दिसंबर को होगा मतदान, सभी दलों ने शुरू की तैयारी