UP Election 2022 में सियासी दल अपने असली रंगत में आना शुरू हो गये हैं। ऐसी ही कुछ बानगी मऊ जिल में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और समाजवादी पार्टी के संयुक्त अतिपिछड़ा, अतिदलित भागीदारी रैली में दिखाई दी।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सुभासपा अध्यक्ष की जुबान पर वो बात आ ही गई, जिसके लिए वो जाने जाते हैं। कई बार विवादित टिप्पणियों में घिर चुके ओमप्रकाश राजभर ने पार्टी के 19वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि जितना भारतीय जनता पार्टी दो महीने में खर्चा करती है उतना एक महीने में हमारे बिरादर खाली दारू पी जाते हैं।
प्रधानमंत्री ने पूछा बिना पैसे के पार्टी कैसे चलती है
ओमप्रकाश राजभर ने वहां मौजूद जनता से कहा, ”एक बार हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वहां डिनर पर गए थे। पीएम मोदी ने मुझसे पूछा कि बिना पैसों के आप पार्टी कैसे चलाते हैं? इस पर मैंने कहा कि हम जिस बिरादरी में पैदा हुए हैं उसके पास रुपया तो नहीं है, लेकिन आपकी पार्टी यूपी में जितना एक महीने में खर्च करती होगी, हमारी बिरादरी के लोग उतने रुपए का एक दिन में शराब पी जाते हैं।”
योगी सरकार पर जमकर बरसे ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह साल 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनवाने के लिए मऊ में अखिलेश यादव को साथ में लेकर आये हैं। इस दौरान अखिलेश यादव ओमप्रकाश राजभर को सुनते रहे और मुस्कुराते रहे। कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने बोलते हुए कहा कि वह और ओमप्रकाश राजभर साथ आ गये हैं और इस बार योगी सरकार का जाना तय हो गया है।
योगी सरकार ने बड़े लोगों की तिजोरियां भरी
अखिलेश यादव ने कहा कि जब प्रदेश में हमारी सरकार बनेगी तो हम योगी सरकार के हर उस फैसले की जांच कराएंगे, जिनसे गरीबों और बेसहारा लोगों को ठगने का काम किया गया। योगी सरकार ने प्रदेश की जनता को राम राज्य के नाम पर केवल ठगने का काम किया है और बड़े लोगों की तिजोरियों को भरने का काम किया है।
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार जब साल 2017 में बनी थी तब ओमप्रकाश राजभर ने अपनी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का समर्थन उन्हें दिया था। जिसके बदले में वह योगी की कैबिनेट में मंत्री भी बने थे लेकिन बागी तेवर वाले ओम प्रकाश राजभर ने उस वक्त अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था।
जब उन्होंने आरोप लगाया कि जिले का डीएम इनकी बात को तवज्जो नहीं दे रहा है। उस समय ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि अगर डीएम को नहीं हटाया गया तो वह योगी सरकार से इस्तीफा दे देंगे। ओमप्रकाश राजभर जब तक योगी सरकार के साथ रहे मोलतोल की राजनीति करते रहे।
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