Bihar की राजनीति में लालू यादव के पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का जनता के बीच अपना एक प्रभुत्व है। लेकिन लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव अपने पिता के द्वारा स्थापित उसी दल में उचित सम्मान न पाये जाने से नाराज चल रहे हैं। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रहे तेज प्रताप यादव का आरोप है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह उनके और पिता लालू यादव के बीच दीवार बन गये हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पटना वापसी के बाद आज कुशेश्वरस्थान और तारापुर में चुनावी रैली कर रहे हैं। लालू यादव जनसभा के लिए तारापुर पहुंचे ही हैं कि उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ट्वीट करके पिता-पुत्र को अलग करने के लिए जगदानंद सिंह पर आरोप लगा दिया है।
तेज प्रताप यादव पिछले कुछ दिनों से अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर सीधे-सीधे आरोप लगा रहे हैं कि पार्टी में उनकी भूमिका को खत्म करने के लिए उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।
कुछ दिनों पहले तेज प्रताप यादव ने परोक्षतौर पर तेजस्वी यादव हमला करते हुए पिता लालू यादव को दिल्ली में अगवा करने और पटना न आने देने का आरोप लगाया था। इस आरोप पर जब पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से सफाई मांगी तो उन्हें कुछ भी बोलते नहीं बन पा रहा था लेकिन उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा था कि कौन है जो लालू जी को बंदी बना सके।
वहीं तेज प्रताप यादव ने सबके सामने जगदानंद सिंह को लालू परिवार में फूट डालने वाला व्यक्ति कह दिया था। जिसके बाद जगदानंद सिंह नाराज हो गये थे और पार्टी के दफ्तर में आना छोड़ दिया था। एकबार तो पत्रकारों से बातचीत में जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप को पहचानने से भी इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि कौन हैं तेज प्रताप यादव मैं तो उन्हें जानता भी नहीं हूं।
मीडिया वालों ने जब जगदानंद सिंह से तेज प्रताप को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा मैं किसी तेज को नहीं जानता हूं मैं सिर्फ लालू को जानता हूं। उन्होंने मीडिया पर भड़ास निकालते हुए कहा कि, अच्छा तो तेज प्रताप को लेकर तुम लोग इसलिए सवाल करते हो वह तुम लोग को खिलाता पिलाता है।
खबरों के मुताबिक परिवार में पड़ती इस दरार से लालू यादव बहुत दुखी हैं, पिछले दिनों जब लालू यादव दिल्ली से पटना आये थे तो उस समय भी तेज प्रताप उन्हें पहले अपने घर पर ले जाना चाहते थे लेकिन लालू यादव उनके घर पर नहीं गये। जिसके बाद तेज प्रताप धरने पर बैठ गये थे।
मामले को बढ़ता देख लालू यादव खुद राबड़ी देवी के साथ तेज प्रताप को मनाने के लिए गये, जहां तेज प्रताप ने लालू यादव का पैर धुलकर स्वागत किया। बिहार की राजनीति में अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे लालू यादव के लिए परिवार का यह विवाद निपटाना आसान नहीं होगा।