कांग्रेस पार्टी (Congress Party) में चल रहे घमासान के बीच आज दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (Congress Working Committee) की बैठक होने जा रही है। यह बैठक सुबह 10 बजे शुरू होने वाली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी पांच राज्यों में होने वाले चुनाव, महंगाई लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) और किसान आंदोलन जैसे अन्य मुद्दों पर चर्चा करने वाली है।
यह है अजेंडा
कांग्रेस पार्टी के बीच काफी समय से कलह चल रही है। ऐसे में कई वरिष्ट नेताओं ने पार्टी की बैठक बुलाने की मांग की थी। नेताओं की मांग और आपसी झगड़ों को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान बैठक करने जा रही है।
पार्टी ऐसे समय पर बैठक कर रही है जब पंजाब, राजस्थान , छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में कांग्रेस की सरकार खतरे में हैं। कांग्रेस द्वारा लिए जा रहे फैसलों से पार्टी के नेता असंतुष्ट हैं। बैठक में कांग्रेस पार्टी के अजेंडे में किसान आंदोलन, 3 अक्तूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा, महंगाई, विधानसभा चुनाव और बेरोजगारी शामिल है।
हम जी-हुजूर ग्रुप नहीं हैं
बता दें कि कांग्रेस के बागी नेताओं का गुट जी-23 काफी समय से पार्टी के अध्यक्ष की मांग कर रहा है। इसे लेकर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, सोनिया गांधी पर तंज भी कर चुके हैं। कांग्रेस से नाराज होकर जब पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दिया तो कांग्रेस जी-23 ग्रुप सक्रीय हो गया। 29 सितंबर को प्रेस वार्ता कर कपिल सिब्बल ने कहा था कि हम जी-हुजूर ग्रुप नहीं हैं, कम से कम हम अपनी बात रख रहे हैं और आगे भी रखते जाएंगे।
Sonia Gandhi पर उठाए थे सवाल
उन्होंने कहा था कि, जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं।’ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पैदा हुई स्थिति को लेकर सिब्बल ने कहा कि इस सीमावर्ती राज्य में ऐसी कोई भी स्थिति नहीं होनी चाहिए जिसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और सीमापार के दूसरे तत्व फायदा उठा सकें।
सोनिया गांधी से सावल करते हुए सिब्बल ने कहा था कि ‘मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं और उन साथियों की तरफ बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था। हम अपने नेतत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं।’
गौरतलब है साल 2019 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से सोनिया गांधी ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। पार्टी काफी समय से बिना अध्यक्ष के चल रही है।
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