लंदन ब्रिज हमले का सरगना, पाकिस्तान में पैदा हुआ ब्रिटिश नागरिक खुर्रम बट्ट उस सुरक्षा इकाई में नौकरी हासिल करने का प्रयास कर रहा है जो विम्बलडन और दूसरे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए सहायक मुहैया कराती हैं। माना जा रहा है कि खुर्रम 3 जुलाई से लंदन में शुरू होने वाले विंबलडन चैम्पियनशिप को निशाना बनाकर कुछ बड़ी घटनाक्रम के फिराक में था।
एक निजी समाचार एजेंसी के छपे खबर के मुताबिक सुरक्षा सेवा एवं आतंकवाद रोधी पुलिस अब 27 वर्षीय खुर्रम के मंसूबों के बारे जांच पड़ताल करने में जुट गई है कि आखिर खुर्रम क्यों सुरक्षा कंपनी में नौकरी हासिल करना चाहता था? उसका मकसद क्या था? वह किस बड़ी घटना के फिराक में जुटा था? खबर के मुताबिक जून माह के अंत में खुर्रम इस कंपनी में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने वाला था।
पिछले साल खुर्रम ने लंदन के ‘लंदन अंडरग्राउंड‘ में मात्र छह महीने काम कर अक्टूबर माह में नौकरी छोड़ दी, जिसके बाद खुर्रम वेस्टमिंस्टर स्टेशन पर नौकरी पाने में सफल रहा क्योंकि आपराधिक रिकॉर्ड की जांच के समय नियोक्ताओं को सुरक्षा संबंधी चिंताओं से अवगत नहीं कराया जाता।
समाचार पत्र के अनुसार,’एक अंदेशा यह है कि खुर्रम टेनिस टूर्नामेंट को निशाना बनाने के फिराक में होगा लेकिन मैनचेस्टर एरिना विस्फोट के बाद उसने साजिश को तेजी से अंजाम देने का फैसला किया और लंदन में ब्रिज पर हमला हुआ।’ खुर्रम सहित उसके दो साथियों राशिद रेदोने और यूसुफ जागबा ने लंदन ब्रिज पर वाहन राहगीरों के बीच घुसा दिया, जिसके बाद उन्होंने पास के बरो मार्केट में छुरेबाजी की घटना को अंजाम दिया। इन घटनाओं में कुल आठ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। बीती रात स्कॉटलैंड यार्ड ने नकली सुसाइड बेल्ट पहने खुर्रम सहित राशिद और यूसुफ की तस्वीरें जारी की।