एक बार फिर पाकिस्तान का नकाबपोश चेहरा सबके सामने आया है। भारत और अफगानिस्तान के बाद अब अमेरिका से भी ये स्वर उठने लगे हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का आतंकवादी संगठनों के साथ गठजोड़ है। ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन और मराइन कॉर्प्स जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने मंगलवार को सीनेट की विदेश संबंधों की समिति से कहा, “मैं इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हूं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध हैं।” यह बात उन्होंने सीनेटर जो डोनेली के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा।
यही नहीं शीर्ष अमेरिकी जनरल के साथ वहां मौजूद रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने भी खुफिया एजेंसी आईएसआई की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार आतंकियों से नरमी बरत रही है, जबकि आईएसआई अपनी अलग फॉरेन पॉलिसी चलाती दिख रही है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि एजेंसी संघीय सरकार के अधीन है।
अमेरिका का ये बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ तीन दिवसीय दौरे पर वाशिंगटन पहुंच चुके हैं। बता दें कि हाल ही में जिम मेटिस भारत आए थे जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकियों के लिए पनाहगाह बने देशों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आतंक को लेकर अमेरिकी सेना अध्यक्षों का कड़ा रुख अपनाना भारत की जीत समझी जा रही है। आतंक को लेकर भारत ने कई बार अमेरिका को समझाया है। साथ ही पूरे विश्व के सामने भारत ने कई बार पाकिस्तान के करतूतों को बेनकाब भी किया है।