संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान की स्थाई प्रतिनिधि मलीहा लोधी द्वारा भाषण के दौरान गलत तस्वीर इस्तेमाल करने पर अब संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष मिरोस्लाव लैजकक ने कहा है कि वह इस वैश्विक मंच को फर्जी तस्वीर के लिए इस्तेमाल करने से रोकने के लिए सुझावों पर निश्चित रूप से विचार करेंगे।
बता दें कि इस मुद्दे पर लैजकक से जब पूछा गया कि किसी बयान के संदर्भ में एक गलत फोटो के इस्तेमाल करने की गलती पर क्या वह किसी प्रकार के कदम उठाएंगे इस पर लैजकक ने कहा, “मैं निश्चित रूप से इस बारे में विचार करुंगा।” हालांकि उसी समय उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला कूटनीति का है। लैजकक ने यह भी कहा कि “इसका जवाब मैं नहीं बल्कि इसका जवाब वे प्रतिनिधिमंडल देंगे जो इस मामले में शामिल थे। संयुक्त राष्ट्र महासभा का अध्यक्ष होने के नाते मैं अपने पद का दुरुपयोग नहीं कर सकता हूं।”
गौरतलब है कि यूएन में पाकिस्तान की स्थाई प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने शनिवार को गाजा की एक घायल फिलीस्तीनी लड़की की तस्वीर दिखा कर कहा था कि यह कश्मीर की एक पीड़ित लड़की है। दरअसल वे यह बताना चाह रही थीं कि उस लड़की की वैसी हालत कश्मीर में पैलेट गन के चलते हुई थी। जबकि यह तस्वीर इजरायली हमले की कथित पीड़िता एवं गाजा निवासी 17 वर्षीय रव्या अबू जोमा की थी और जो 2014 में अमेरिकी फोटो पत्रकार हीदी लेवाइन ने खींची थी।
अपने भाषण के संदर्भ में वह गलत तस्वीर का इस्तेमाल करना उन पर भारी ही पड़ गया। भारत ने कहा कि फर्जी तस्वीर दिखाकर पाक ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं। ‘जवाब के अधिकार’ का इस्तेमाल करते हुए भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने जिस तस्वीर को लेकर कश्मीर के हालात का जिक्र किया था, वास्तव में वह फिलिस्तीन की लड़की की थी।