अमेरिका में लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अब कुछ सख्त कदम उठाए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह ग्रीन कार्ड लॉटरी के नाम से पहचाने जाने वाले डाइवर्सिटी वीजा लॉटरी कार्यक्रम को खत्म करेंगे।
बता दें कि मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद ट्रम्प ने तुरंत एक ट्वीट किया था कि “आप्रवासियों के लिए बने इस कार्यक्रम को बंद कर इसकी जगह योग्यता के आधार पर एक अलग व्यवस्था होनी चाहिए।” इसके बाद से ही कयास लगाए जाने लगे थे कि ट्रम्प इसे लेकर जरूर कुछ न कुछ करेंगे।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ने अमेरिका ग्रीन कार्ड लॉटरी के नाम से जाने जाने वाले ‘डाइवर्सिटी वीजा लॉटरी कार्यक्रम’ को खत्म करने की तैयारी में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके कारण ही बीते मंगलवार को उज्बेकिस्तान के आप्रवासी नागरिक को अमेरिका में एंट्री मिली थी और मैनहैटन में हमला हुआ था जिसमें 8 लोग मारे गए थे।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कैबिनेट की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आज से डाइवर्सिटी लॉटरी कार्यक्रम को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा हूं। आज हम न्यूयॉर्क के मैनहैटन शहर में भयावह आतंकवादी हमले पर शोक व्यक्त करते हैं जो 26/11 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले के घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था। मैं कांग्रेस से भी इस कार्यक्रम से छुटकारा पाने के लिए तुरंत काम शुरू करने को कहूंगा।’
The terrorist came into our country through what is called the "Diversity Visa Lottery Program," a Chuck Schumer beauty. I want merit based.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 1, 2017
गौरतलब है कि डाइवर्सिटी वीजा लॉटरी कार्यक्रम को ग्रीन कार्ड लॉटरी कार्यक्रम के नाम से जाना जाता है और इस कार्यक्रम के तहत अमरीका 50,000 आप्रवासियों को स्थायी नागरिकता प्रदान करता है। साल 1990 में जब यह क़ानून बना था, उस वक्त चक शूमर ने इसे बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।