वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस समय अमेरिका (USA) के दौरे पर हैं। अमेरिका में एक साक्षात्कार के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत हर लिहाज से निंदनीय है लेकिन कुछ लोग इस मुद्दे को सिर्फ इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि जिस राज्य में यह घटना हुई है वहां बीजेपी की सरकार है।
‘राजनीतिक फायदे के लिए लखीमुर खीरी मामले को हवा दी जा रही’
वित्त मंत्री ने कहा कि देश के किसी भी हिस्से में अगर ऐसी घटना होती है तो वह हर लिहाज से निंदनीय है लेकिन कुछ लोग सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए लखीमुर खीरी मामले को हवा दे रहे हैं। बता दें कि सीतारमण अमेरिका में हार्वर्ड कैनेडी स्कूल में एक कार्यक्रम में मौजूद थीं। जहां उनसे लखीमपुर खीरी मामले और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया गया था।
यह भी पढ़ें: PM Modi आज ‘गति शक्ति मास्टर प्लान’ करेंगे लॉन्च, 100 लाख करोड़ की योजना से जुड़ी खास बातें
‘कृषि कानूनों को चर्चा के बाद पारित किया गया है’
निर्मला सीतारमण से जब पूछा गया कि पीएम मोदी और केंद्रीय कैबिनेट के मंत्रियों ने मामले पर चुप्पी क्यों साधे रखी? इस पर सीतारमण ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मोदी सरकार इस मामले में रक्षात्मक रुख अपनाए हुए है। हम सभी इस घटना की निंदा करते हैं।
कृषि कानूनों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में किसान जिन कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, उन पर लंबे वक्त तक भारतीय संसद में चर्चा हुई है। कानूनों को पूरी संसदीय परंपरा के तहत पारित कराया गया है।
‘किसानों को चर्चा के लिए बुलाया गया था’
निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर सरकार ने हर हितधारक से बात की थी। संसद में सभी सवालों के जवाब दिए गए। जब आंदोलन शुरू हुआ तो किसानों को चर्चा के लिए बुलाया गया। लेकिन किसानों की ओर से अभी तक यह नहीं बताया गया है कि उन्हें कृषि कानून के किस हिस्से से आपत्ति है।
उन्होंने कहा कि कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कुछ राज्यों के किसानों द्वारा किया जा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान शामिल हैं।