Monkeypox: मंकीपॉक्स के बढ़ते मामले के कारण पूरा विश्व चिंता से घिर गया है। दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। दुनिया भर में इस बीमारी के खतरे को देखते हुए डब्लूएचओ ने गाइडलाइन्स जारी की है। WHO की गाइडलाइन्स में पुरुषों के लिए सेक्सुअल बिहेवियर से जुड़ी कुछ खास बातें हैं।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस ने बताया कि इसका सबसे पहला मामला मई महीने में सामने आया था। इसके बाद 90 प्रतिशत मंकीपॉक्स के मामलों में गे,सेक्सुअल और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में पाए गए हैं। महानिदेशक ने लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है। उन्होंने सलाह दी कि पुरुषों के सात यौन संबंध रखने वाले पुरुषों को अपने और दूसरों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए सुरक्षित विकल्प खोजने चाहिए। इसके लिए सेक्सुअल पार्टनर्स की संख्या भी कम करनी चाहिए।
Monkeypox: मंकीपॉक्स के मरीजों को यौन संबंध से बचना चाहिए
डब्लूएचओ प्रमुख ने कहा कि मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीज को खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। ऐसे लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। मंकीपॉक्स के शिकार लोगों को फिजिक्ल कॉन्टेक्ट या फिर नए सेक्सुअल पार्टनर बनाने से भी बचना चाहिए। हालांकि, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने सेक्सुअल पार्टनर की संख्या कम करने जैसा कोई सुझाव नहीं दिया है। एजेंसी ने बस मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीजों से स्किन टू स्किन कॉन्टेक्ट ना रखने की सलाह दी है।
WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स किसी मरीज, उसके कपड़ों या बेडशीट के संपर्क में आने वालों को भी संक्रमित कर सकता है। संगठन ने चेतावनी दी है कि कमजोर इम्यूनिटी वालों लोगों जैसे बच्चों व गर्भवती महिलाओं में यह बीमारी अधिक हो सकती है। WHO के सलाहकार एंडी सील ने कहा कि विशेषज्ञों के मुताबिक मंकीपॉक्स स्पष्ट रूप से Sex के दौरान फैला, लेकिन अभी तक यह निष्कर्ष नहीं निकला है कि यह यौन संबंधों से फैलने वाला संक्रमण है या नहीं।
Monkeypox: क्या कंडोम से कम होगा खतरा
सील ने बताया कि गे (समलैंगिक पुरुष) और बायसेक्सुअल लोगों से उनके सेक्सुअल पार्टनर घटाने की बात उन्हीं के समुदाय से आ रही है। हालांकि ऐसे संदेश केवल कुछ ही दिनों के लिए था और हम उम्मीद करते हैं कि ये बीमारी भी कुछ ही समय के लिए हो। सील ने कहा कि ये साफ नहीं है कि क्या कंडोम इस संक्रमण के खतरे को कम करने में मददगार साबित होगा या नहीं, क्योंकि मंकीपॉक्स शारीरिक संपर्क से फैलता है। उन्होंने कहा कि सेक्स के दौरान होने वाली इंटीमेसी और करीबी ट्रांसमिशन की मुख्य वजह है।
स्पेन और इटली के मरीजों के सीमेन के सैंपल में मंकीपॉक्स डीएनए का पता लगाया, लेकिन स्पष्ट नहीं हो पाया कि ये वायरस किस तरह से फैल रहा है।
यूके में मंकीपॉक्स के मरीजों का इलाज करने वाले डॉ ह्यूग एडलर ने कहा कि ये वायरस सेक्स की वजह से फैल रहा है। किसी अनजान के साथ सेक्स करने वाले इस बीमारी को और फैलाने का काम कर रहे हैं। ऐसी संभावना है कि मंकीपॉक्स हमेशा से ही इसी तरह से फैलता आ रहा है। मगर पहले इसके ज्यादा मामले सामने नहीं आए थे।
WHO के मंकीपॉक्स एक्सपर्ट रोसमंड लुईस ने कहा कि जो पुरुष, पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं, उनमें इस संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है। मंकीपॉक्स के लगभग 99 प्रतिशत केस पुरुषों में ही पाए गए हैं। उनमें 95 प्रतिशत ऐसे पुरुष होते हैं जो पुरुषों के साथ यौन क्रिया करते हैं।
पहले मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों से वायरस औसतन एक से भी कम व्यक्तियों में फैल रहा था, इसलिए पहले इसका इतना प्रकोप नहीं देखा गया। मंकीपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति अब वायरस को ज्यादा लोगों तक पहुंचा सकता है, क्योंकि चेचक का वैक्सीनेशन कम होने से ग्लोबल इम्यूनिटी घट गई है। मंकीपॉक्स चेचक की तरह ही होता है लेकिन उससे थोड़ा कम गंभीर है।
Monkeypox: ऐसे अधिक फैल रहा मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स मुख्य रूप से सेक्स के दौरान फैल रहा है, लेकिन कोई भी व्यक्ति करीबी शारीरिक संपर्क के जरिए भी इसकी चपेट में आ सकता है। इसमें संक्रमित व्यक्ति के परिवार में एक- दूसरे को गले लगना और किस करना शामिल है। यह संक्रमित व्यक्ति का तौलिया या बिस्तर इस्तेमाल करने से भी फैल सकता है। इस समय मंकीपॉक्स के कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिसमें महिलाएं और छोटे बच्चे भी इस संक्रमण के शिकार हो रहे हैं, हालांकि ऐसे केस अभी बहुत कम देखे गए हैं।
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