Khalistani Parade: कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में पिछले दिनों खालिस्तानी समर्थकों ने 5 किलोमीटर लंबी परेड की एक झांकी में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्याकांड का सीन दिखाया। अब कनाडा ने इस झांकी के प्रदर्शन में किसी भी घृणा या अपराध की बात से साफ इनकार किया है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा को दो टूक कहा था, कि “मुझे लगता है कि ये मुद्दा कनाडा की जमीन के इस्तेमाल का है। जो अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले लोगों को दिया जाता है। विदेश मंत्री ने ये भी कहा था कि ये मामला दोनों देशों के संबंधों के लिए सही नहीं है और न ही ये कनाडा के लिए ठीक है।”
Khalistani Parade: आखिर झांकी में क्या दिखाया गया था?
खालिस्तानी समर्थकों ने ये झांकी ऑपरेशन ब्लूस्टार की 39वीं वर्षगाठ से ठीक पहले 4 जून को निकाली थी। ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान अलगावादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले ओर उसके समर्थकों को बाहर करने के लिए सेना अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में घुस गई थी। इस झांकी में दो सिख जवानों को एक महिला पर गोली चालते हुए दिखाया गया था।
इसी घटना पर अब ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि पुलिस ने वोडियो को देखा है और उनका मानना है कि इसमें घृणा फैलाने जैसी कोई बात नहीं थी।
कानून देता है स्वतंत्रता की गारंटी -कनाडा
अपने बयान में ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने कनाडाई चार्टर की धारा 2 का भी हवाला दिया है। उन्होनें कहा है कि ये कनाडाई विचार, विश्वास और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है। मेयर ने कहा कि पुलिस का काम कानून को लागू करना का है न कि उसे लिखने का। बता दें, खालिस्तानियों की ओर से निकाली गई झांकी पर भारत में कनाडाई उच्चायुक्त इकलौते ऐसे अधिकारी है जिन्होंने प्रदर्शनी को गलत ठहराया था और कड़ी निंदा की थी।
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