Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आए भयावह भूकंप से चारों तरफ तबाही का मंजर है। सोमवार को आए इस तीव्र भूकंप में अब तक 162 लोगों की जान जा चुकी हैं। वहीं, सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई। इस हादसे में कई बड़ी इमारते गिर गई है, जिसमें लोग दबे हुए हैं। अभी भी कई ऐसे लोग हैं जो लापता है और उनकी तलाश जारी है। भूकंप के बाद मलबे में फंसे लोगों को मंगलवार यानी आज भी निकालने का काम जारी है।
गौरतलब है कि भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले प्रांत के एक पहाड़ी क्षेत्र में सियांजूर शहर के करीब था। सोमवार दोपहर भूकंप के झटके से लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकलने लगे। भूकंप के कारण कई ऊंची-ऊंची इमारतें भरभरा कर गिर गई जिसके मलबे में सैकड़ों लोग दब गए। आलम ये हुआ कि सियांजूर में अस्पतालों की पार्किंग रात भर मरीजों से भरी रही। कुछ लोगों का अस्थायी टेंट में इलाज हुआ। दूसरी ओर अन्य का फुटपाथ पर ड्रिप लगाकर इलाज किया गया। वहीं, हेल्थ वर्कर्स ने टॉर्च की रोशनी में मरीजों को टांके लगाए।
Indonesia Earthquake: भूकंप के 25 झटकों से दहल गया इंडोनेशिया
गौरलब है कि इंडोनेशिया की मौसम एंव जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी के मुताबिक, भूकंप आने के बाद 25 झटके और दर्ज किए गए। इस दौरान लोगों के मन में डर पैदा हो गया। चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उदर भागते नजर आए। बावजूद इसके कई इमारतों के गिर जाने से लोग उसमें दब गए। कई लोगों के अब भी मलबे में फंसे होने के आंशका है। रोते- बिलकते लोग अपने परिवार वालों को ढूढ़ने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं।
Indonesia Earthquake: घंटों तक गायब रही बिजली
बताया जा रहा है कि भूकंप के कारण कई घंटों तक इलाके से बिजली गायब रही। खौफजदा लोगों में बेचैनी और बढ़ गई क्योंकि बिजली ना होने के कारण उन्हें टीवी के जरिए न्यूज़ चैनलों से अपडेट नहीं मिल पा रहा था। इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि मरने वालों की 162 हो गई है जो कि आगे और बढ़ सकती है। 2,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। साथ ही 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित केंद्रों में ले जाया गया है।
वहीं, दूसरी ओर परेशान लोग अपने परिजनों की ढूढ़ने में लगे हुए हैं। तिरपाल पर लाशें बिछी हुई हैं। लोगों के लिए अपनों को पहचानना मुश्किल हो रहा है। कई लोग अब भी लापता है जिनकी तलाश जारी है। अपनों से बिछड़ने के कारण लोग दुखी हैं।
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