दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देश अमेरिका और भारत आज से जंग के मैदान में युद्धाभ्यास साझा करेंगे। भारतीय सैनिक अमेरिका के वाशिंगटन स्थित जॉइंट बेस लेविस मैकोर्ड में 14 सितंबर से 27 सितंबर तक अमेरीकी सैनिकों के साथ साझा युद्धाभ्यास करेंगे। दोनों देशों के बीच होने वाला यह युद्धाभ्यास का 13 वां संस्करण है। इससे पहले दोनों देशों के बीच 12 बार युद्धाभ्यास हो चुका है।
इस सैन्य अभ्यास का आयोजन भारत अमेरिका रक्षा सहयोग के तहत किया जा रहा है। यह अभ्यास भारत और अमेरिका के बीच चल रहे संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा सहयोग के प्रयासों का सबसे बड़ा उदाहरण है। इस युद्ध अभ्यास से दोनों देशों की सेना को ब्रिगेड स्तर पर संयुक्त योजना बनाकर साझा तरीके से बटालियन स्तर पर प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा। इसके अलावा इस सैन्य अभ्यास से किसी भी अप्रत्याशित हमले का मुकाबला करने के लिए दोनों देशों के सेनाओं के बीच सामंजस्य बढ़ेगा। इस संयुक्त अभ्यास में दोनों देशों की ओर के सैन्य विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला का आयोजन भी किया गया है।
भारतीय सेना की मध्य कमान की पीआरओ गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि दोनों देशों के बीच होने वाला युद्धाभ्यास एक सफल कूटनीतिक कदम है। इस युद्धाभ्यास से दोनों देश आने वाले समय में सैन्य चुनौतियों से निपटने के लिए एक दूसरे की युद्ध क्षमता को परखेंगे। इस दौरान दोनों देशों के आधुनिक उपकरणों जैसे विशेष हथियार, विस्फोटक, आइईडी डिटेक्टरस और संचार उपकरणों को मैदान में उतारा जाएगा।
भारत और अमेरिका इस साझा सैन्य अभ्यास से पाक और चीन को चेतावनी मिल गई होगी।