साल 2018, भारत के लिए खुशखबरी लेकर आया है इस साल भी सरकार, स्वयंसेवी संगठन कारोबार और मीडिया क्षेत्र में भारत को सबसे विश्वासपात्र देशों की सूची में शामिल कर लिया गया है। 77 और 68 अंकों के साथ भारत को तीसरे स्थान पर रखा गया है जबकि इंडोनेशिया दूसरे और चीन पहले स्थान पर काबिज होने में सफल रहा।
हालांकि पिछले साल के मुकाबले में भारत के प्रति भरोसे में काफी गिरावट आई है। बता दे, यह सर्वेक्षण दुनिया के 28 देशों में कराया गया था, जिसमें 20 देश ये टेस्ट पास करने में असफल रहे, जिन्हें गैर-भरोसेमंद श्रेणी में शामिल कर दिया गया।
सोमवार को आए आंकड़ों के अनुसार, चीन जनता के बीच भरोसा सूचकांक में क्रमश: 83 और 74 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि इंडोनेशिया दूसरे स्थान पर रहा। इस सर्वे में सबसे बड़ा घाटा अमेरिका को हुआ, अमेरिका के भरोसा सूचकांक में लगभग 37 अंकों की गिरावट हुई है जो अन्य देशों की तुलना में बहुत ज्यादा है। इसके बाद इटली के भरोसा सूचकांक में 21 अंकों, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में 17-17 अंकों और भारत, कोलंबिया में 13-13 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है।
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना शिखर बैठक के ठीक पहले एडलमैन ट्रस्ट बैरोमीटर ने बताया, कि पिछले साल की तुलना में इन चारों क्षेत्रों के लिए लोगों के विश्वास में भारी कमी आई है। सर्वेक्षण के अनुसार पहली बार ऐसा हुआ है, जब वैश्विक स्तर पर मीडिया सबसे कम भरोसेमंद संस्थान बना है। 28 में से 22 देशों में मीडिया को गैर-भरोसेमंद माना गया है