डोकलाम के बाद अब लद्दाख में भी बढ़ा दोनों देशों के बीच तनाव 

जिस समय पूरा देश स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मना रहा था, लगभग उसी समय हमारे जवान चीनी घुसपैठ को नाकाम करने में लगे हुए थे। इस घुसपैठ को रोकने के लिए दोनों पक्षों की तरफ से पत्थरबाजी हुई और कुछ सैनिक भी घायल हुए।

जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह 6 बजे के करीब लद्दाख के पानगोंग झील के समीप पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने दो इलाकों फिंगर फोर और फिंगर फाइव की तरफ से भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया, लेकिन इन दोनों मौकों पर भारतीय जवानों ने उनके प्रयासों को नाकाम कर दिया।

खबरों के अनुसार चीनी सैनिक लोहे की रॉड लेकर आए थे, जिसका सामना आईटीबीपी जवानों ने लाठियों से किया। आपको बता दें कि इस इलाके में किसी भी तरफ के सैनिक गन के साथ पेट्रोलिंग नहीं कर सकते हैं।

घुसपैठ असफल होने के बाद चीनी सैनिकों ने पथराव करना शुरू कर दिया। इसका भारतीय सैनिकों ने भी मुहतोड़ जवाब देते हुए अपनी तरफ से भी पत्थरबाजी की। इस घटना में दोनों तरफ के सैनिकों को मामूली चोटें आई। इसके बाद चीनी सेना के जवान अपने इलाके में वापस लौट गए। फिर चीनी सेना ने रस्मी ‘बैनर ड्रिल’ दिखाया और स्थिति तब जाकर सामान्य हुई। गौरतलब है कि बैनर ड्रिल के तहत दोनों पक्ष अपने स्थान पर जाने से पहले बैनर दिखाते हैं, जो शान्ति का प्रतीक होता है।

हालांकि इस घटना पर सेना की ओर से ऑन रिकॉर्ड कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सेना के प्रवक्ता ने भी किसी तरह की टिप्पणी से इनकार कर दिया है। लेकिन डोकलाम विवाद के बाद चीनी सेना के लद्दाख ने भी हलचल से भारत-चीन सीमा विवाद और भी गहरा गया है।