उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रुख अब काफी कड़ा हो गया है। अमेरिका ने सभी देशों से उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक और आर्थिक संबंध तोड़ने की अपील की है। इतना ही नहीं अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर युद्ध हुआ तो उत्तर कोरिया पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा।
दरअसल उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद यह अमेरिका ने यह कदम उठाया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने चीनी समक से उत्तर कोरिया को दी जाने वाली तेल आपूर्ति बंद करने को कहा है।
Just spoke to President XI JINPING of China concerning the provocative actions of North Korea. Additional major sanctions will be imposed on North Korea today. This situation will be handled!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 29, 2017
बता दें कि उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि बुधवार को दागी गई मिसाइल लगभग 4,475 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई लेकिन विशेषज्ञों ने उत्तर कोरिया के इन दावों पर संदेह जताया है। उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने इस परीक्षण को बेजोड़ और सफल बताया है। 13 हजार किमी से भी ज्यादा की रेंज वाली इस मिसाइल का नाम हॉसॉन्ग-15 है और यह अमेरिका तक मार कर सकती है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी समेत ज्यादातर बड़े अमेरिकी शहर इसकी जद में हैं।
जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय चिंताएं बढ़ गई हैं। हेली ने कहा कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता। यदि युद्ध हुआ तो उत्तर कोरिया पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा।
जहां रूस और चीन इसे अमेरिका और उत्तर कोरिया की आपसी लड़ाई के रूप में ही देखते आ रहे हैं। वहीं जापान का कहना है कि वह उत्तर कोरिया की तरफ से लगातार की जा रही उकसावे की कार्रवाई को स्वीकार नहीं करेगा। जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की है।
हालांकि किम जोंग उन पर कोई भी तरीका कारगर नहीं हो रहा। न तो प्रतिबंधों का कोई खास असर दिख रहा है, न ही सैन्य कार्रवाई की वकालत कोई कर रहा है क्योंकि ऐसे गैर जिम्मेदार शासक कभी भी कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। अगर उन्हें हथियारों से छेड़ा गया तो उनके बगल में मौजूद साउथ कोरिया और जापान में भारी तबाही हो सकती है और इसका असर चीन तक भी पहुंच सकता है।