Hajji Bashir: तालिबानी अधिकारी हाजी बशीर नूरजई को अमेरिकी हिरासत से दशकों बाद रिहा कर दिया गया है। वो बीते सोमवार को अफगानिस्तान के काबुल पहुंचा। बशीर नूरजई को 2005 में गिरफ्तार किया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका में 50 मिलियन डॉलर से अधिक की हेरोइन की तस्करी करने का आरोप लगाया गया था। बताया जा रहा है कि हाजी बशीर को गुपचुप तरीके से अफगानिस्तान जेल में बंद एक अमेरिकी नागरिक की रिहाई के बदले छोड़ा गया है। हालांकि, अब भारत समेत दुनिया के हर छोटे-बड़े देशों के लिए चिंता की बात ये है कि बशीर की रिहाई के साथ ही एक बार फिर से ड्रग्स के कारोबार में तेजी आ सकती है।
फरवरी 2020 की शुरुआत में हुआ था अमेरिकी इंजिनियर का अपहरण
तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के अनुसार, अमेरिकी इंजीनियर मार्क फ्रेरिच को रिहा करने के बदले अमेरिका ने सोमवार को बशीर को रिहा कर दिया। तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने एक ट्वीट में कहा, “माननीय हाजी बशीर दो दशक की कैद के बाद रिहा हुए और आज काबुल पहुंचे।” बता दें कि अमेरिकी नौसेना के एक अनुभवी इंजीनियर फ्रेरिच ने अफगानिस्तान में विकास परियोजनाओं पर काम करते हुए दस साल बिताए। फरवरी 2020 की शुरुआत में उनका अपहरण कर लिया गया था।
कौन है Hajji Bashir ?
हाजी बशीर बहुत बड़ा ड्रग डीलर है। उसने 1979 से 1989 तक अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाली सोवियत सेना से लड़ाई लड़ी। मुल्ला उमर के छिपने के बाद उसे कंधार का प्रभारी बनाया गया था। उसने तालिबान शासन को विस्फोटक, हथियार और मिलिशिया लड़ाके उपलब्ध कराए।
11 सितंबर के हमले के समय नूरजई क्वेटा में था और इसके तुरंत बाद अफगानिस्तान लौट आया। नवंबर 2001 में उसे अफगान-पाकिस्तान सीमा के पास स्पिनबोल्डक में अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने घेर लिया। अमेरिकी विशेष बलों और खुफिया अधिकारियों की छोटी टीमें उस समय अफगानिस्तान में थीं। उनके वकील के अनुसार, नूरजई को कंधार ले जाया गया, जहां उन्हें हिरासत में लिया गया और तालिबान अधिकारियों और अभियानों के बारे में अमेरिकी एजेंसी ने उससे छह दिनों तक पूछताछ की। वह उनके साथ काम करने के लिए सहमत हो गया और उसे मुक्त कर दिया गया, और जनवरी 2002 के अंत में उसने लगभग 400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलों सहित 15 ट्रक हथियार सौंपे, जिन्हें तालिबान ने अपने कबीले के क्षेत्र में छिपा दिया था।
अप्रैल 2005 में, न्यूयॉर्क शहर में अमेरिकी अधिकारियों ने नूरजई को गिरफ्तार कर लिया। उस पर संयुक्त राज्य अमेरिका में 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की हेरोइन की तस्करी करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया था। तब नूरजई को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
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