भारतीय कंपनी आरपीजी के सात कर्मचारियों को तालिबान ने अफगानिस्तान के बगलान प्रांत में बंधक बना लिया है। इस बात की पुष्टि आरपीजी ग्रुप के प्रमुख हर्ष गोयनका ने ट्वीट करते हुए की। ट्वीट में हर्ष गोयनका ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपील करते हुए कहा, कि कृपया आरपीजी ग्रुप के 7 मेनेजर को छुड़वाने में मदद करें, जिन्हें अफगानिस्तान ने अपहृत कर लिया है।
Request @SushmaSwaraj and Ministry of External Affairs to help rescue 7 of our managers from the kidnapping in Afghanistan. #KEC https://t.co/o7R1dGlZcY
— Harsh Goenka (@hvgoenka) May 6, 2018
वहीं इस बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफगानिस्तान के विदेशमंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी से फोन पर बात भी की है। सलाहुद्दीन रब्बानी ने सुषमा स्वराज को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, कि भारतीय इंजीनियरों को छुड़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं इस मामले में बगलान के गवर्नर अब्दुलहई नेमाती ने बताया, कि तालिबान ने कर्मचारियों का अपहरण कर लिया है और उन्हें पुल ए खोमरे शहर के दांड शाहबुद्दीन इलाका ले गए हैं।
बताया जा रहा है कि रविवार को तालिबान के बंदूकधारियों ने आरपीजी समूह की एक कंपनी में काम करने वाले सात भारतीय इंजीनियरों को कथित तौर पर अगवा कर लिया। बता दे, पहले अगवा सातों लोग भारतीय बताए जा रहे थे, लेकिन बाद में स्पष्ट किया गया कि अगवा लोगों में से 6 भारतीय इंजीनियर हैं जबकि एक शख्स अफगानिस्तान का ही है।
वहीं इस बारे में आतंकी संगठन तालिबान ने कहा, कि उन्होंने भारतीयों को सरकारी कर्मचारी समझकर गलती से किडनैप कर लिया। वहीं दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा, कि वह खुद पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। मंत्रालय लगातार अफगान अधिकारियों के संपर्क में हैं और लगातार रिहाई के लिए कोशिश कर रहे हैं।