Candy Crush Saga और Tinder के जरिए डेटा लीक, स्मार्टफोन यूजर्स के लिए खतरनाक खुलासा

0
5
Candy Crush Saga और Tinder के जरिए डेटा लीक
Candy Crush Saga और Tinder के जरिए डेटा लीक

आजकल हमारे स्मार्टफोन में कई ऐसे ऐप्स और गेम्स होते हैं, जो हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का हिस्सा बन चुके हैं। इनमें से कुछ ऐप्स जैसे कि Candy Crush Saga और Tinder बहुत ही पॉपुलर हैं। लेकिन हाल ही में एक रिपोर्ट ने एक खतरनाक सच को उजागर किया है, जिससे स्मार्टफोन यूजर्स की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है। एक डेटा लीक मामले में यह खुलासा हुआ कि कुछ लोकप्रिय ऐप्स यूजर्स की रीयल-टाइम लोकेशन ट्रैक कर रहे हैं और उनका निजी डेटा चोरी हो रहा है।

रिपोर्ट का सारांश

9 जनवरी 2025 को 404 मीडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, एक डेटा लीक मामले में स्मार्टफोन ऐप्स Candy Crush Saga और Tinder के जरिए यूजर्स के लोकेशन डेटा का लीक हुआ है। यह डेटा Gravy Analytics नामक एक डेटा ब्रोकर कंपनी से लीक हुआ है, जो उपभोक्ता डेटा का विशाल संग्रह रखती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हैकर ने Amazon Cloud प्लेटफॉर्म पर स्थित ग्रेवी एनालिटिक्स के सर्वर से कई टेराबाइट्स डेटा चुराया, जिसमें करोड़ों लोकेशन पॉइंट्स शामिल थे।

इस डेटा लीक से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु यह हैं कि लीक हुए डेटा में White House, Kremlin, Vatican City और विभिन्न सैन्य ठिकानों की लोकेशन जानकारी भी शामिल थी। यह घटना तब सामने आई जब Federal Trade Commission (FTC) ने ग्रेवी एनालिटिक्स और उसकी सहायक कंपनी Venntel पर बिना सहमति के यूजर्स का लोकेशन डेटा बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया।

डेटा ब्रोकर कैसे काम करते हैं?

ग्रेवी एनालिटिक्स जैसी कंपनियां यूजर्स का डेटा सीधे ऐप्स से प्राप्त नहीं करतीं। वे विज्ञापन एजेंसियों के साथ मिलकर एंड्रॉइड और iOS डिवाइसों से उपयोगकर्ता डेटा प्राप्त करती हैं। इसके बाद यह डेटा इन कंपनियों द्वारा विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि लक्षित विज्ञापन और अन्य वाणिज्यिक लाभ।

कैसे सुरक्षित रखें अपनी प्राइवेसी?

अगर आपका डेटा पहले ही लीक हो चुका है, तो उसे रोक पाना मुश्किल है, लेकिन भविष्य में अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के कुछ उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले, ऐप इंस्टॉल करते समय उसकी अनावश्यक अनुमतियों को बंद करें। यदि आप iPhone का इस्तेमाल करते हैं, तो “Ask Apps Not to Track” फीचर का उपयोग करके अपनी प्राइवेसी को और भी सुरक्षित बना सकते हैं।

इस रिपोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमें अब और अधिक सतर्क रहकर अपने स्मार्टफोन की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि हमारा निजी डेटा सुरक्षित रह सके।