Noida Twin Towers Demolition: नोएडा के 40-मंजिला सुपरटेक ट्विन टावर्स को आज गिराने की योजना है। नोएडा सेक्टर 93A में अवैध रूप से बने यह इमारत पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है। अब चेतन दत्ता एक बटन दबाकर 9 सेकंड में 40 मंजिला ट्विन टावर्स को धूल में मिला देंगे। बता दें कि चेतन दत्ता एक भारतीय एडिफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर है। सुप्रीम कोर्ट ने इन दोनों इमारतों को गिराने के लिए हरी झंडी दे दी है। इसकी शुरुआत 21 अगस्त को होना था। लेकिन, अदालत ने नोएडा प्राधिकरण के रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया और तारीख आगे बढ़ाकर 28 अगस्त कर दी। अब ब्लास्टर चेतन दत्ता रविवार को एक बटन दबाकर इन दोनों इमारत को गिराएंगे।
क्या है डिमॉलिशन का प्लान?
मिली जानकारी के मुताबिक, चेतन दत्ता ने बताया कि यह एक आसान प्रक्रिया होगी। उन्होंने बताया कि जैसे हम डायनमो से करंट उत्पन्न करते हैं और फिर बटन दबाते हैं जो सभी शॉक ट्यूबों में डेटोनेटर को एक्टिवेट करेगा। ठीक इसी प्रकार 9 सेकंड में सभी डेटोनेटर एक्टिवेट हो जाएंगे और पूरी इमारत गिर जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि हम इमारत से लगभग 50-70 मीटर दूर होंगे।
इसमें किसी को कोई तरह का खतरा नहीं होगा और हमें पूरा विश्वास है कि इमारत सही तरीके से गिर जाएगी। ब्लास्टिंग क्षेत्र लोहे की जाली की 4 परतों और कंबल की 2 परतों से ढका हुआ होगा। इमारत का मलबा तो नहीं उड़ेगा लेकिन धूल जरूर उड़ सकती है।
Noida Twin Towers: सुरक्षा के लिए उठाएं जाएंगे ये कदम
- ब्लास्टर करने के दौरान सभी लोगों को इमारत से लगभग 50-70 मीटर रखा जाएगा जिससे उन्हें कोई खतरा नहीं होगा।
- कंपन को कम करने के लिए इम्पैक्ट कुशन डिजाइन किए गए हैं।
- बता दें कि सुपरटेक टि्वन टावर के गिरने पर बगल वाले एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के लगभग 5,000 निवासी सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
- इस वजह से बगल के सभी निवासियों को सुबह जल्दी अपना घर खाली करना होगा और अधिकारियों से मिली मंजूरी के बाद शाम को वापस लौटने की अनुमति मिलेगी।
- वहीं, अधिकारियों ने सभी निवासियों को मास्क, चश्मा पहनने और डिमालिशन के दौरान बाहर जाने से बचने के लिए कहा है।
- फेलिक्स अस्पताल में भी आपातकालिन स्थिति के लिए करीब 50 बेड आरक्षित किए गए हैं।
Noida Twin Towers: 3 महीने में साफ होगा इतना मलबा
बता दें कि सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर्स की ऊंचाई कुतुब मीनार से भी ज्यादा है। 28 अगस्त को दोपहर करीब 2.30 बजे 9 सेकंड में ब्लास्ट होने वाले भारत के सबसे ऊंचे ढांचे बन जाएंगे। जिसमें Apex (32 मंजिला) और Ceyane (29 मंजिला) के डिमॉलिशन के बाद लगभग 35,000 क्यूबिक मलबा निकलेगा। वहीं, इतना मलबा साफ होने में कम से कम 3 महीने लगेंगे।
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