West Bengal Panchayat Polls:पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। इस बीच हिंसा की भी खबर सामने आ रही है। पहले हिंसा नामांकन कराने के दौरान हुई लेकिन जब नामांकन की तारीख समाप्त हो गई तो अब हिंसा और डराने-धमकाने की खबर नामांकन को वापस लेने के लिए, सामने आ रही है। प्रदेश में भाजपा ने ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने टीएमसी पर धमकाने और नामांकन वापसी के लिए डराने का आरोप लगया है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में अगले महीने 8 जुलाई को एक चरण में पंचायत चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर बंगाल में सियासी पारा चढ़ा हुआ है।

West Bengal Panchayat Polls:उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने के लिए दी जा रही है धमकी- बीजेपी अध्यक्ष
बंगाल में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव होना है। इसको लेकर सारी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। नामांकन कराने की तारीख भी जा चुकी है। लेकिन इसके बाद अब मामला नामांकन वापस कराने पर तूल पकड़ा हुआ है। बीजेपी ने टीएमसी पर आरोप लगाया है कि वो उनके उम्मीदवारों को धमका रही हैं और नामांकन वापस लेने के लिए दबाव बना रही है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कोलकाता में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,”टीएमसी द्वारा हमारे(बीजेपी) उम्मीदवारों को पंचायत चुनाव में नामांकन वापस लेने की धमकी दी जा रही है। हमारे उम्मीदवारों को कहा जा रहा है कि आप नामांकन वापस लें नहीं तो जब आप वापस आएंगे तो आपकी हत्या कर दी जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा,”अगर टीएमसी निष्पक्ष चुनाव चाहती है तो केंद्रीय बलों को आने से क्यों रोक रही है?”
वहीं, आज सुकांत मजूमदार ने राज्यपाल से भी मुलाकात की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुकांत ने 24 परगना के 30 बीजेपी उम्मीदवारों के साथ राज्य में 8 जुलाई के पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान हिंसा की हालिया घटनाओं को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की।
प्रदेश में हिंसा पर क्या बोले राज्यपाल सीवी आनंद बोस?
पंचायत चुनाव से पहले राजभवन द्वारा खोले गए ‘शांति कक्ष’ पर पर बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने अपनी बात कही। उन्होंने कहा,”हमें हिंसा, हत्या, डराने-धमकाने की कई शिकायतें मिली थीं। हम इसे सुलझा लेंगे और त्वरित कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी और अथॉरिटी द्वारा काम करेंगे।”
राज्यपाल बोस ने कहा कि कुछ गुमराह समूहों और गुमराह व्यक्तियों द्वारा कुछ इलाकों में हिंसा कैसे की गई? उन्होंने आगे कहा,”मैं फील्ड में गया था क्योंकि मुझे पता है कि किसी भी पदाधिकारी द्वारा दी गई कोई भी रिपोर्ट पूरी नहीं होगी, पक्षपातपूर्ण होगी। जहां कहीं भी हिंसा हुई है, वहां कानून व्यवस्था की समस्या है।”
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