UP News: उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जेलों का कायाकल्प कराया जा रहा है। इसका असर रामपुर की जेल में देखने को मिल रही है। दरअसल, रामपुर जेल के अधीक्षक नौकरी से पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं यही तालीम अब जेल के अंदर अपने गुनाहों की सजा भुगत रहे कैदियों और बंदियों को भी दे रहे हैं। यहां के कैदियों को एलईडी बल्ब से लेकर कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बनाने की कला सिखाई जा रही है जिससे यह हुनर की गाड़ी बड़ी तेजी के साथ दौड़ने लगी है।
UP News: चर्चा में रामपुर जेल
बता दें कि रामपुर की जिला जेल हुनर सिखाए जाने को लेकर चर्चा में है। इसका बहुत बड़ा कारण यहां पर तैनात जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य की कार्यशैली है। पूर्व में इंजीनियर रह चुके प्रशांत मौर्य को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बनाए जाने का अच्छा खासा ज्ञान है। उन्होंने जेल के बंदियों और कैदियों को यही हुनर सिखाने का मन बनाया पहले से सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना मे “वन डिस्टिक, वन प्रोडक्ट” का कांसेप्ट है। लेकिन जेल अधीक्षक ने इस योजना का सहारा लिया और कैदियों और बंदियों मे प्रतिभाओं की तलाश शुरू कर दी।

UP News: जैविक खाद भी बनाई जाती है
जेल अधीक्षक में सराहनीय पहल करते हुए इनको अपनी सरपरस्ती में एलईडी बल्ब, स्टेबलाइजर, इनवर्टर जैविक खाद आदि वस्तुओं को बनाने का तरीका सिखाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे समय आगे बढ़ता गया और यह लोग अपने अपने कार्य में निपुण होना शुरू हो गए। इन हुनरमंद कैदियों और बंदियों को देखने के बाद अब हुनर के इस कारवें मे और इजाफा होना शुरू हो गया है जिसका नतीजा यह है कि और भी बंदी एवं कैदी हुनर को सीखने की राह पर चल पड़े हैं।
जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य जेल में बंदियों और कैदियों द्वारा जारी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति एवं महानिदेशक आनंद कुमार को इसका श्रेय देते नहीं थक रहे हैं उनका साफ कहना है कि उनके द्वारा जेल में कैदियों से जो भी हुनर से संबंधित कार्य कराए जा रहे हैं वह इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति और जेल महानिदेशक आनंद कुमार को इसका प्रेरणास्रोत मानते हैं।

इसका बड़ा कारण यह है कि इन हस्तियों द्वारा उनको किसी तरह की कोई दिक्कत महसूस नहीं होने दी है और हमेशा से ही समय-समय पर उनका मार्गदर्शन करते रहते हैं। यही कारण है कि वह लगातार रामपुर की जिला जेल में एलईडी बल्ब, इनवर्टर, स्टेबलाइजर, जैविक खाद, जरी और जूट बैगो को कैदियों और बंदियों से बनवाने में जुटे हैं इसी प्रकार जेल को गुणवत्ता के सभी मानकों को पूरा करने के बाद आईएसओ प्रमाण पत्र भी मिला है।
दुकानों में बेचे जाएंगे यहां का सामान
वहीं जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति के मुताबिक, उनके द्वारा लगातार प्रदेश के जेलों मे प्रतिभाओं की तलाश के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं जो आगे भी जारी रहेंगे इस प्रकार जेलों के जो भी प्रोडक्ट हैं वह दुकानें स्थापित करने के बाद बेचे जाएंगे इससे यह होगा कि जहां जेल में बनी प्रोडक्ट लोगो की पहुंच मैं आ सकेंगे वही इनको बनाने वाले कैदियों और बंदियों को भी आर्थिक मदद मिलेगी उन्होंने आईएसओ प्रमाण पत्र मिलने पर रामपुर के जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य के कार्य की भी सराहना की है।
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