केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन (Siddique Kappan) को गुरुवार (2 फरवरी) को जेल से रिहा कर दिया गया। कप्पन पर PFI से कनेक्शन और हाथरस कांड में हिंसा फैलाने का आरोप लगा था। Siddique Kappan को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था। हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से 23 दिसंबर को कप्पन को Ed के मनी लांड्रिंग केस में जमानत मिली थी। यूपी जेल से छूटने के बाद अगले 6 हफ्तों तक कप्पन को दिल्ली में रहना होगा, इसके बाद वे केरल जा सकेंगे।
Siddique Kappan पर देशद्रोह का आरोप था
बता दें कि 5 अक्टूबर 2020 को सिद्दीकी कप्पन समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान पुलिस ने कहा था कि सिद्दीकी कप्पन अपने चारों साथियों के साथ हाथरस में हिंसा फैलाने की प्लानिंग में जा रहे थे। यूपी पुलिस ने सिद्दीकी कप्पन पर देशद्रोह का आरोप लगाया। इसके अलावा फरवरी 2022 में ED ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया। हालांकि, पिछले साल सितंबर में उन्हें आतंकी मामले में और दिसंबर में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिल गई थी।
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जेल से बाहर निकलने के बाद कप्पन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘मैं 28 महीने बाद जेल से बाहर आया हूं. मैं खुश हूं, मीडिया मेरे साथ थी’ जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वो हाथरस क्यों गए थे, इस बात पर कप्पन ने कहा कि वह वहां ‘रिपोर्टिंग’ करने गए थे। मेरे पास केवल मेरा मोबाइल लैपटॉप था’। गौरतलब है कि दो साल पहले एक दलित महिला के बलात्कार और हत्या को कवर करने यूपी के हाथरस गए थे पत्रकार सिद्दिकी कप्पन। इस दौरान उन पर आतंकवाद से संबंधित आरोप लगे।
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