प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख Shivpal Yadav ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath से मुलाकात की है। बता दें कि शिवपाल और योगी की मुलाकात से सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं और अलग-अलग प्रकार की अटकलें लगने लगी हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश के बीच सब कुछ सही नहीं है।

Shivpal Yadav की मुलाकात शिष्टाचार भेंट: प्रसपा
पिछले एक हफ्ते से राजनीतिक हलकों में ऐसी चर्चा है कि सपा और शिवपाल के बीच कलह हो गई है। वहीं इन सभी अटकलों के बीच पीएसपी-एल के प्रवक्ता दीपक मिश्रा ने योगी के साथ शिवपाल की मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है। मिश्रा ने कहा, ”चूंकि वे (शिवपाल) चुनाव के बाद सदन के नेता से नहीं मिल सके थे, इसलिए शपथ लेने के बाद आज उन्होंने उनसे मुलाकात की है। वो यूपी विधानसभा के स्पीकर से भी मिले हैं। “ बता दें कि शिवपाल और योगी करीब 20 मिनट तक मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर साथ रहे।
क्या चाचा-भतीजे की बीच सब कुछ सही?
हाल ही में संंपन्न हुए यूपी विधानसभा चुनाव में शिवपाल ने Jaswantnagar सीट से सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा था। गौरतलब है कि 2017 से दोनों के रिश्ते सही नहीं थे और यूपी चुनाव 2022 लड़ने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव और प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव साथ आए।

लेकिन उनके संबंधों को लेकर एक बार फिर से अटकलें तब शुरू हुईं जब 26 मार्च को सपा विधायकों की बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया था। जब की उन्होंने पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा और यहां तक कि करहल विधानसभा क्षेत्र में अखिलेश यादव के लिए प्रचार भी किया था। जिसको लेकर शिवपाल यादव ने निराशा जताई थी।

वहीं प्रसपा प्रमुख को बैठक में ना बुलाने को लेकर यूपी सपा प्रमुख नरेश उत्तम ने कहा था कि शिवपाल यादव को बाद में सहयोगी दलों के साथ बैठक में आमंत्रित किया जाएगा। लेकिन जब सहयोगी दलों की बैठक हुई तब शिवपाल निमंत्रण के बावजूद नहीं पहुंचे। इसी के चलते अटकलों का बाजार गर्म है।
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